कोरोना वायरस संक्रमण का दौर थमने के बाद दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) दिल्ली-एनसीआर के लाखों लोगों को सुविधा देने के लिए सभी रूटों पर ट्रेनों का परिचालन कर रहा है। इसके साथ ही डीएमआरसी प्रबंधन स्टेशनों के अंदर पूरे नियमों का पालन करा रहा है, जिससे लोगों की पूरी सुरक्षा हो सके। वहीं, मेट्रो स्टेशनों के बाहर लगी यात्रियों की कतारों में अक्सर शारीरिक दूरी का नियम टूटता नजर आता है। इसके अलावा कई लोग बिना मास्क के भी कतार में खड़े होकर एक दूसरे से बात करते दिख ही जाते हैं।
आलम यह है कि राजीव चौक, केंद्रीय सचिवालय, करोल बाग, मंडी हाऊस, राजेंद्र नगर मेट्रो स्टेशनों के बाहर दोपहर दो बजे से ही लंबी कतार लग रही है। एक एक कर स्टेशन के अंदर लोग प्रवेश कर रहे हैं। स्टेशन के अंदर घुसते ही लोगों को थर्मल स्क्री¨नग और सैनिटाइजेशन से होकर गुजरना होता है, लेकिन इससे पहले वह ऐसे ही कतारों में खड़े रहते हैं।
करोल बाग मेट्रो की कतार में खड़े लोगों का कहना है कि 50 फीसद यात्रियों के सवार होकर चलने के चलते बाहर भीड़ लग रही है, जबकि अंदर सभी लोग नियमों का पालन कर रहे हैं। यात्री सौरभ शर्मा का कहना है कि बाहर भी नियमों का पालन कराने की व्यवस्था करनी चाहिए। इससे लोगों को सुरक्षा मिलेगी।
शारीरिक दूरी का नियम तोड़ने पर 200 रुपये जुर्माना
डीएमआरसी पिछले एक साल से शारीरिक दूरी का नियम नहीं मानने और मास्क नहीं लगाने पर 200 रुपये जुर्माना वसूल रहा है। बावजूद इसके लोग नियमों का उल्लंघन जारी है। डीएमआरसी अब तक हजारों लोगों से जुर्माना वसूल चुका है।
4000 करोड़ रुपये के घाटे में है दिल्ली मेट्रो
कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन के चलते पिछले एक साल के दौरान 7 महीने से भी अधिक समय तक पटरी पर खड़ी रही दिल्ली मेट्रो को 4000 करोड़ रुपये से अधिक का घाटा हो चुका है।