यमन सरकार के कब्जे वाले मारिब को निशाना बना कर हूती विद्रोोहियों ने सैन्य ठिकानों पर हमला कर दिया। इसके बाद की सरकार व विद्रोहियों के बीच झड़प शुरू हो गई जिसमें करीब 84 के मरने की खबर है। इस झड़प की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई है। ईरान समर्थित हूती विद्रोही यमन के उत्तरी हिस्से पर नियंत्रण के इरादे से फरवरी से ही अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सरकार के अधिकार वाले मारिब पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं।
अधिकारियों ने बुधवार को शिन्हुआ न्यूज एजेंसी को जानकारी दी कि मारिब के उत्तरी इलाके पर कब्जा करने को लेकर यह झड़प हुई। उन्होंने यह भी बताया कि हूतिियों ने सरकार के सैन्य ठिकानों पर हमला किया जिसके लिए जवाबी कार्रवाई की गई थी। बता दें कि इस माह की शुरुआत में भी सरकार के अधिकार क्षेत्र वाले मारिब को निशाना बनाकर मिसाइल हमला किया गया था जिसमें पांच वर्षीय एक बच्ची समेत कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई थी।
प्रांतीय गवर्नर के प्रेस सचिव अली अल-गुलिसि के अनुसार मिसाइल मारिब शहर के रावधा क्षेत्र में एक गैस स्टेशन पर गिरी। इस हमले से पहले यमन में अमेरिका के विशेष दूत टिम लेंडरकिंग ने विद्रोहियों की निंदा की और उन पर तत्काल आवश्यक संघर्ष विराम पर पहुंचने में नाकाम रहने का आरोप लगाया था।