कोरोना से जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को आर्थिक मदद देने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कांग्रेस ने बुधवार को दावा किया कि देश की सबसे बड़ी अदालत ने नरेंद्र मोदी सरकार को अपनी गलती सुधारने का मौका दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘सुप्रीम कोर्ट ने मोदी सरकार को गलती सुधारने का मौका दिया है। कम से कम अब सरकार को मुआवजे की सही राशि तय करके पीडि़तों को राहत देनी चाहिए। यह सही दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।’
देश को निराश किया
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना प्रभावित परिवारों के साथ खड़े नहीं होकर एक बार फिर देश को निराश किया है। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि अब कोरोना मुआवजा कोष की स्थापना की जाए और कोरोना के कारण जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिवार को 10 लाख रुपये की मदद दी जाए। उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार लोगों की मदद करने से पीछे हट गई और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वह पूरी तरह बेनकाब हो गई है।
प्रधानमंत्री राजधर्म का पालन करें
सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री राजधर्म का पालन करें और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकारण के मुखिया के तौर पर उनकी जिम्मेदारी है कि वह महामारी में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति सहानुभूति दिखाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना पीडि़त परिवारों को मुआवजे से वंचित करने की दृष्टि से कांग्रेस/संप्रग द्वारा बनाए गए कानून यानी आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 को कमजोर करने के मोदी सरकार के प्रयास को भी अदालत ने खारिज कर दिया है।
पेट्रो मूल्य वृद्धि को लेकर भी बोला हमला
राहुल गांधी ने पेट्रोलियम मूल्य वृद्धि को लेकर भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘सार्वजनिक परिवहन के लिए लंबी-लंबी असुविधाजनक कतारें सिर्फ कोरोना प्रतिबंधों की वजह से नहीं हैं। सही कारण जानने के लिए अपने शहर में पेट्रोल और डीजल के दामों को देखिए।’