भीषण गर्मी में टूट रहे बिजली खपत के रिकार्ड, पहली बार 26 करोड़ 38 लाख यूनिट सप्लाई

हरियाणा में कहर बरपा रही गर्मी के बीच हरियाणा में बिजली खपत चरम पर पहुंच गई है। बिजली निगमों ने 26 करोड़ 38 लाख यूनिट की सप्लाई कर नया रिकार्ड बना दिया। यह पीक डिमांड पिछले साल की अधिकतम पीक डिमांड की तुलना में 11.25 फीसद ज्यादा रही। पिछले साल दिन विशेष पर अधिकतम 23 करोड़ 58 लाख यूनिट बिजली सप्लाई की गई थी। मंगलवार को कुल 25.54 करोड़ यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई थी।

रात 11 से 12 बजे तक सर्वाधिक लोड, सुबह आठ से दस बजे तक सबसे कम

हालांकि प्रदेश में बिजली की आपूर्ति मांग के हिसाब से पूरी है, लेकिन रात 11 से लेकर 12 बजे तक सबसे ज्यादा बिजली की खपत होती है जिसके चलते सप्लाई बाधित होती है। सुबह आठ से दस बजे तक लोड सबसे कम होता है। ज्यादातर फैक्ट्रियों, कारखानों व सरकारी दफ्तरों में काम नौ से दस बजे के बीच में शुरू होता है। लिहाजा इसके चलते बिजली की खपत इन दो घंटों में सबसे कम होती है।

पिछले तीन-चार तीन दिनों में तीन करोड़ यूनिट बिजली की मांग बढ़ी

भीषण गर्मी में बिजली की खपत लगातार बढ़ रही है। घरेलू से लेकर कृषि व औद्योगिक क्षेत्र में बिजली की डिमांड में बढ़ोतरी हो रही है। जुलाई माह में आमतौर पर बारिश शुरू होने से बिजली की खपत में कमी आती है। मगर इस इस वर्ष पिछले साल की तुलना में 40 प्रतिशत खपत ज्यादा बढ़ी है।

बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने बताया कि पिछले तीन-चार तीन दिनों में तीन करोड़ यूनिट बिजली की मांग बढ़ी है। पांच जुलाई को 11 हजार 800 मेगावाट बिजली खर्च हुई थी तो छह जुलाई को 11 हजार 733 मेगावाट बिजली खर्च हुई। सात जुलाई को 12 हजार 120 मेगावाट की अब तक की सबसे अधिक मांग को पूरा किया गया।

अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि गर्मी के सीजन में आमजन को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए निगम की ओर से शार्ट टर्म पावर परचेज की जा रही है। प्रदेश में खपत के हिसाब से बिजली पर्याप्त है। प्रदेश के कुल 7045 गांवों में से 5309 गांवों में 24 घंटे बिजली की सप्लाई की जा रही है।