हरियाणा सरकार ने राज्य में बिजली चोरों के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। हरियाणा में करीब 26 करोड़ यूनिट बिजली सप्लाई के बीच बिजली चोरों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला के निर्देश पर बिजली विभाग की करीब 500 टीमों ने राज्यभर में दो दिन तक बड़ा अभियान चलाया। इस अभियान के तहत दो दिन के भीतर चार हजार स्थानों पर छापामारी करते हुए लगभग 500 करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़े जाने का अनुमान है।
प्रदेश के हर जिले में दो दिन तक व्यापक स्तर पर चला बिजली चोरों के खिलाफ अभियान
प्रदेश सरकार ने कोरोना से पहले भी दो से तीन दिन तक पांच जिलों में बिजली चोरों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया था। इससे राज्यभर में बिजली चोरों में हड़कंप मच गया था। उस समय 234 टीमों ने करीब 200 करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़ी थी। इस अभियान के बाद उम्मीद की जा रही थी कि बिजली चोरों पर काफी हद तक अंकुश लगेगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
चोरी की गई बिजली और जुर्माने की राशि का आकलन करने में जुटा बिजली विभाग
गर्मियों में पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में जब एकाएक बिजली की खपत बढ़ गई और मांग ज्यादा होने लगी तो सरकार ने पिछले सालों का सप्लाई चार्ट खंगाला। इसके आधार पर आकलन किया गया कि प्रदेश में अभी भी बड़े पैमाने पर बिजली की चोरी की जा रही है। इसके बाद बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से अनुमति लेने के बाद करीब 500 टीमों का गठन किया।
हरियाणा में आज तक इतने बड़े पैमाने पर कभी नहीं हुई थी बिजली चोरों के खिलाफ कार्रवाई
बिजली विभाग की प्रत्येक टीम में कम से कम चार अधिकारियों और कर्मचारियों को शामिल किया गया। इन टीमों ने बृहस्पतिवार रात को भी हर जिले में चेकिंग अभियान शुरू किया जो शुक्रवार को सारा दिन और रात में भी जारी रहा। एडीजीपी विजीलेंस कुलदीप सिंह सिहाग के नेतृत्व में राज्यभर में बिजली चोरों को चुन-चुन कर पकड़ा गया। सरकार के पास अभी तक मोटे तौर पर जो जानकारी पहुंची है उसके मुताबिक कम से कम 500 करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़े जाने का अनुमान है। यह राशि इससे ज्यादा भी हो सकती है।
26 करोड़ यूनिट बिजली सप्लाई के बीच सरकार के पास पहुंच रही थी चोरी की सूचनाएं
बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास के पास शुक्रवार रात 12 बजे तक कुछ जिलों का डाटा पहुंचा था, जबकि पूरी डिटेल शनिवार सुबह तक पहुंचने की उम्मीद है। इस दौरान कई बिजली चोरों ने अपने संपर्क का इस्तेमाल करते हुए सीधे बिजली मंत्री तक भी छोड़ देने की गुहार लगाई, लेकिन उन्होंने किसी की एक न सुनी।
बिजली विभाग की टीमों ने बृहस्पतिवार और शुक्रवार की रात को बिजली चोरों की धरपकड़ की और दिन में आकलन रिपोर्ट बनाई। बिजली चोरी की मात्रा के आधार पर जुर्माने की राशि शनिवार तक निर्धारित कर दी जाएगी। पूरे प्रदेश की जानकारी आ जाने के बाद बिजली मंत्री रणजीत चौटाला प्रेस कांफ्रेंस कर बिजली चोरों के खिलाफ चलाए गए बड़े पैमाने पर अभियान की जानकारी देंगे।
पिछला अभियान बिजली विभाग के तत्कालीन प्रधान सचिव शत्रुजीत कपूर की देखरेख में चलाया गया था, जबकि इस बार कमान अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास के हाथ में रही। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मंजूरी के बाद बिजली चोरों के खिलाफ यह अभियान अगले कुछ दिन भी जारी रहने की संभावना है।
ऐसे हो रही थी बिजली चोरी
राज्य में बिजली चोर कुंडी डालकर, सीधे टावर से और सीधे लाइनों से बिजली की चोरी कर रहे थे। सैकड़ों लोग ऐसे मिले, जिन्होंने मीटरों से छेड़छाड़ कर रखी है। रात को ग्यारह बजे से सुबह तीन बजे तक बिजली की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इसी अवधि में बिजली चोर सरकार को चूना लगाने का काम करते हैं। विभाग की टीमों ने इसी अवधि में छापामारी की है।
इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई : बिजली मंत्री
” मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश पर बिजली चोरों के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान चलाया गया है। इन बिजली चोरों की वजह से वास्तविक रूप से बिजली बिलों का भुगतान करने वाले लोगों को दिक्कत आना स्वाभाविक बात है। मैं अभी यह बताने की स्थिति में नहीं हूं कि कितने लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। आकलन किया जा रहा है। डाटा कंपाइल हो रहा है। जल्द ही आपको पूरी सूचना देंगे। मैं इतना जरूर दावे के साथ कह सकता हूं कि यह बिजली चोरों के खिलाफ प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
जारी रहेगा अभियान : सीएम मनोहरलाल
” हरियाणा सरकार के पास बिजली की पर्याप्त उपलब्धता है। हम लोगों की बिजली संबंधी सभी जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। किसानों की सुविधा के लिए बिजली आपूर्ति दो घंटे बढ़ाकर दस घंटे कर दी है। फिर भी सरकार के पास ऐसी सूचनाएं आ रही थी कि बिजली चोरी की जारी है। हम लाइन लास 35 फीसद से घटाकर 15 से 17 फीसद तक लाने में कामयाब हुए हैं। इस लाइन लास को और कम किया जाएगा। बिजली चोरों के खिलाफ सरकार का अभियान लगातार जारी रहेगा।
मार्च में पांच जिलों में चला था अभियान
इससे पहले मार्च के पहले सप्ताह में प्रदेश के पांच शहरों गुरुग्राम, धारूहेड़ा, फरीदाबाद, रेवाड़ी व हिसार में दो दिन तक बिजली चोरों के खिलाफ अभियान चला था। दो दिन की इस कार्रवाई में करीब 234 करोड़ रुपये की बिजली चोरी पकड़ी गई।
जिला टीम चोरी पकड़ी जुर्माना राशि
- कुरुक्षेत्र- 25 126 35 लाख
- सिरसा- 20 103 18 लाख
- चरखी दादरी – 10 75 12 लाख अनुमानित
- रोहतक- 30 156 47 लाख
- झज्जर- 27 228 80 लाख
- कैथल- 30 230 82 लाख
- यमुनानगर- 30 150 50 लाख
- पानीपत- 25 208 एक करोड़ दो लाख
- करनाल- 38 217 एक करोड़
- भिवानी- 14 110 12 लाख
- हिसार- 30 210 22 लाख
- जींद- 19 100 35 लाख
- अंबाला- 65 74 25 लाख
- फतेहाबाद 5 19 9 लाख