रेलवे कर्मचारियों की कार्य क्षमता व कौशल बढ़ाने के लिए अब एक बार फिर से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। उत्तर रेलवे के प्रशिक्षण संस्थान इसी सप्ताह शुरू हो जाएंगे। कोरोना से बचाव के लिए केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा जारी दिशा निर्देश का पालन करते हुए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस संबंध में सभी मंडलों और प्रशिक्षण संस्थानों को आदेश जारी कर दिया गया है। सभी विभागों प्रशिक्षण के लिए कर्मचारियों के चयन करने को कहा गया है।
50 फीसद क्षमता के साथ खुलेंगे सभी संस्थान
कोरोना महामारी को देखते हुए पिछले कई माह से सभी प्रशिक्षण संस्थान बंद थे। इस वजह से कर्मचारियों को तकनीकी व प्रबंधन से संबंधित प्रशिक्षण नहीं मिल रहा था। अब कोरोना के मामलों में कमी आ रही है। ट्रेनों पटरी पर लौटने लगी हैं। रेलवे कार्यालयों में भी क्षमता के साथ कामकाज शुरू हो गया है। अब बंद प्रशिक्षण संस्थानों को भी खोलने का फैसला कर लिया गया है, लेकिन फिलहाल 50 फीसद क्षमता के साथ।
प्रशिक्षण हासिल करने वालों की होगी जांच
उत्तर रेलवे मुख्यालय द्वारा मंगलवार को इस संबंध में जारी पत्र में कोरोना से बचाव के दिशा निर्दशों को सख्ती से पालन करने के लिए कहा गया है। प्रशिक्षण केंद्र के नोटिस बोर्ड पर कोरोना से संबंधित दिशा निर्देश डिस्प्ले किए जाएंगे। सभी प्रशिक्षण लेने वाले कर्मचारियों को इस बारे में जरूरी जानकारी भी दी जाएगी। सभी प्रशिक्षकों व प्रशिक्षण लेने वालों को रैपिड एंटीजन जांच करानी होगी। इनके लिए टीकाकरण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
इन प्रशिक्षण संस्थानों में शुरू होगा कामकाज
क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान चंदौसी, सुपरवाइजर प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ, एसएंडटी प्रशिक्षण संस्थान गाजियाबाद, विद्युत प्रशिक्षण संस्थान गाजियाबाद। अधिकारियों का कहना है कि नियमित अंतराल पर कर्मचारियों का प्रशिक्षण जरूरी है। इससे आधुनिक तकनीक और संरक्षा के बारे में उन्हें जानकारी मिलती है। 16 जुलाई से प्रशिक्षण संस्थान खुल जाएंगे।