आज से मालदीव सरकार भारत सहित दक्षिण एशियाई देशों के पर्यटकों के लिए वीजा जारी करेगी। मालदीप सरकार ने घोषणा की थी कि वह 15 जुलाई से दक्षिण एशियाई और भारत के पर्यटकों के आगमन पर पर्यटक वीजा जारी करेगी। मालदीव के पर्यटन मंत्रालय के अनुसार, द्वीप राष्ट्र पर आने वाले सभी पर्यटकों को अपना निगेटिव RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट दिखाना होगा, जो देश में उनके आगमन से पहले 96 घंटे से अधिक पुरानी नहीं होनी चाहिए।
एक रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव आने वाले पर्यटकों को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप ट्रेसईकी डाउनलोड करना होगा, साथ ही सार्वजनिक रूप से फेस मास्क पहनना होगा। कई देश भारतीय पर्यटकों को टूरिस्ट वीजा दे रहे है, अब इस क्रम में मालदीव भी जुड़ गया है। मालदीव भारतीयों पर्यटकों के लिए सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक है और सीमा का खुलना उन लोगों के लिए राहत की खबर है जो मालदीव की यात्रा करना चाहते थे।
मालदीव ने सभी दक्षिण एशियाई देशों और भारत में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण मई से पर्यटोकों की यात्रा को प्रतिबंधित कर दिया था। मालदीव आगमन पर वीजा (वीजा ऑन अराइवल) देता है। भारतीय पर्यटकों को एक होटल में अपने पूरे ठहरने के लिए एक कन्फर्म होटल आरक्षण और एक वैध वापसी टिकट की आवश्यकता होगी।
आपकों बता दें कि मालदीव अपनी खूबसूरती की वजह से दुनिया भर में मशहूर है। द्वीपीय पर भारत के बड़े से बड़े अभिनेता छुट्टियां मनाने के लिए आते है। कोरोना की दूसरी लहर से परेशान मालदिव ने टूरिस्टों के लिए वीजा देना बंद कर दिया था। मालदीव की इकोनॉमी मुख्य रूप से टूरिज्म पर टिकी हुई है, कोरोना लहर से मालदीव की इकोनॉमी को बड़ा नुकसान पहुंचा है।
कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मुहम्मद सोलिह को कोरोना से इस जंग में मदद करने की भारत की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया।