हरियाणा कांग्रेस में दिखेगा आज नया नजारा, कुमारी सैलजा की छतरी के नीचे खड़े दिखाई देंगे हुड्डा समर्थक विधायक,

हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल द्वारा सभी विधायकों से पार्टी संगठन के लिए किए गए कामकाज का हिसाब मांगने पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा समर्थक विधायकों ने अपनी रणनीति में मामूली बदलाव किया है। कांग्रेस आज पेगासस जासूसी कांड का विरोध करते हुए हरियाणा राजभवन तक पैदल मार्च निकालने वाली है। हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी सैलजा और प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल इस मार्च का नेतृत्व करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा समर्थक विधायक भी इस प्रदर्शन में शामिल होंगे। विधायकों को प्रदर्शन में शामिल होने के लिए हुड्डा और सैलजा दोनों की तरफ से अलग-अलग संदेश मिले हैं।

पेगासस जासूसी कांड के विरोध में आज हरियाणा कांग्रेस का प्रदर्शन

भूपेंद्र हुड्डा की ओर से सभी विधायकों को कहा गया है कि वे अपनी पूरी टीम के साथ जोश-खरोश से इस पैदल मार्च में शामिल हों। अभी तक हरियाणा कांग्रेस की ओर से महंगाई के विरोध में जितने भी आयोजन किए गए हैं, अधिकतर में हुड्डा समर्थक विधायक शामिल नहीं हुए। पावर को लेकर हुड्डा और सैलजा के बीच चल रही रस्साकसी के दौरान जब प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल ने सभी विधायकों से उनके द्वारा किए गए कार्यक्रमों का ब्योरा मांगा तो कई विधायक दस्तावेज पूरे करने की औपचारिकता निभाते नजर आए। कुछ ने तो पेट्रोल पंप व लोगों की दुकानों पर जाकर कागज हाथ में पकड़ते हुए फोटो खिंचवाने की रस्म पूरी की।

ऐसा भी नहीं है कि हुड्डा समर्थक विधायक महंगाई के विरोध में मजबूत प्रदर्शन नहीं कर सकते थे। जब तक हु़ड्डा और सैलजा के बीच पावर को लेकर कोई खींचतान नहीं थी, तब तक हुड़्डा के विधायक सैलजा के नेतृत्व में होने वाले कार्यक्रमों में भी शामिल होते रहे हैं। यहां तक कि कुछ कार्यक्रम तो हुड्डा व सैलजा दोनों के संयुक्त नेतृत्व में हुए हैं, लेकिन जब से पावर का एक केंद्र बिंदु बनाने की लड़ाई छिड़ी है, तब से हुड्डा के विधायक अपनी अलग लकीर खींचकर चल रहे हैं।

अब चूंकि पेगासस जासूसी कांड के विरोध में कांग्रेस पूरे देश में विरोध प्रदर्शन कर रही है तो ऐसे में किसी भी गलत संदेश से बचने के लिए हुड्डा ने अपने सभी विधायकों को बृहस्पतिवार को चंडीगढ़ में निकाले जाने वाले पैदल मार्च में शामिल होने को कहा है। हुड्डा कोरोना पाजिटिव हो गए थे, जिन्हें डाक्टरों ने 31 जुलाई तक आराम की सलाह दी है।

चंडीगढ़ और दिल्ली आवास पर तैयार हुई रणनीति

हुड्डा के चंडीगढ़ और दिल्ली आवास से सभी विधायकों को इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए फोन पहुंचे हैं। ऐसी सूचना सैलजा द्वारा भी विधायकों को दिए जाने का दावा किया जा रहा है। राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा पहले ही पिछले दो दिनों से राज्यसभा में किसानों की आवाज उठा रहे हैं।

हुड्डा के विधायकों द्वारा चंडीगढ़ में होने वाले प्रदर्शन में शामिल होने का मतलब हालांकि हुड्डा व सैलजा के बीच किसी सुलहनामे का संकेत नहीं है, लेकिन हुड्डा हाईकमान को बताना चाहते हैं कि वह पार्टी के कार्यक्रमों के साथ हैं तथा उनके विधायकों के बिना कोई आयोजन पूरा नहीं हो सकता। हालांकि सैलजा समर्थक इसे हुड्डा के विधायकों की मजबूरी करार दे रहे हैं। इस खींचतान के बीच सैलजा ने बुधवार को मीडया कर्मियों से कहा कि जल्द ही प्रदेश पदाधिकारियों व जिलाध्यक्षों की सूची जारी होगी