Pregnancy Tips: मां बनना हर महिला के लिए एक ख़ास अहसास लेकर आता है। इस दौरान मां खुद की और अपने बच्चे की सेहत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ती हैं। हालांकि, प्रेग्नेंसी के 9 महीने आसान नहीं होते। इस दौरान मतली, उल्टी और खाने का दिल न चाहना, जैसी दिक्कतें तो आती ही हैं, लेकिन एक और समस्या है, जो महिलाओं को काफी परेशान कर देती है। वो है कमर दर्द होना।
गर्भावस्था के पांचवें से सातवें महीने के दौरान कमर का दर्द सबसे ज़्यादा सताता है। ये दर्द आमतौर पर पीठ के निचले हिस्से में होता है और इसका असर जांघों, पैरों और कूल्हों पर पड़ता है। रोज़मर्रा के काम और शारीरिक एक्टिविटी इस दर्द को और भी बिगाड़ देती है। जिसकी वजह से रातों की नींद छिन जाती है और दर्दभरी भी हो जाती हैं। तो आइए जानें कि इस समस्या के लिए क्या किया जा सकता है।
गर्भावस्था में पीठ दर्द से आराम दिलाएंगी ये 5 चीजें
व्यायाम
रोज़ाना हल्की फुलकी ही सही, लेकिन एक्सरसाइज़ ज़रूर करें। इससे शरीर की फ्लेक्सीबिलिटी बनी रहती है। आप इस दौरान योग भी कर सती हैं। यह आपकी रीढ़ की हड्डी पर पड़ने वाले दबाव को आसानी से कम कर सकता है और आपको आराम पहुंचा सकता है। इसके अलावा आप तैराकी, पैदल चलना, साइकिलिंग, कार्डियो एक्सरसाइज़ कर सकती हैं।
हॉट एंड कोल्ड कंप्रेस
पीठ दर्द से राहत पाने के लिए आप गर्म/ठंडा सेक की मदद भी ले सकती हैं। जिस जगह दर्द हो रहा है, वहां दिन में दो से तीन बार 20 से 30 मिनट के लिए ठंडा या गर्म सेंक लगाएं। ध्यान रहे कि दौरान अपने पेट पर गर्म कंप्रेस बिल्कुल भी न लगाएं। ये आपके बच्चे और आपके लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है।
अपने पॉश्चर पर ध्यान दें
कई बार हमारा पॉश्चर बिगड़ जाता है, और हमें पता नहीं चलता और इससे पीठ दर्द की समस्या शुरू हो जाती है। इसलिए हमेशा सीधे बैठें, या फिर तकिए या बैक सपोर्ट की मदद से अपने पॉश्चर को बेहतर बनाने की कोशिश करें।
मैटरनिटी बेल्ट की मदद लें
मैटरनिटी बेल्ट, पेल्विक एरिया और लोअर बैक को सपोर्ट देने का काम करती है। इस बेल्ट का फायदा ये है कि इससे आपकी कमर और पीठ पर दबाव कम हो जाता है। मैटरनिटी बेल्ट आपको आसानी से किसी भी मेडिकल शॉप या फिर ऑनलाइन मिल सकती है।
इसे नज़रअंदाज़ न करें
इस दर्द को नज़रअंदाज़ करने की ग़लती न करें। अगर इन सभी उपायों के बावजूद दर्द में आराम नहीं मिल पा रहा है, तो अपनी डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें। सही समय पर सही जांच आपको इस तकलीफ से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकेगी।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।