तालिबान ने पिछले 24 घंटों में हेलमंद में लश्करगाह शहर के केंद्र और जावजान प्रांत के शेबर्गन शहर पर भारी हमले किए हैं। टोलोन्यूज ने बताया कि आतंकवादी कुछ प्रमुख सरकारी दफ्तरों में भी घुस गए हैं। वहीं, जजवान में अंदर घुसने की कोशिश कर रहे तालिबानी आतंकियों को सुरक्षाबलों ने शहर से पीछे धकेल दिया।
अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार देर शाम एक बयान में कहा कि शेबर्गन शहर के केंद्र को अफगान सैनिकों ने वापस अपने कब्जे में ले लिया है, जिन्हें वायु सेना और पूर्व उपराष्ट्रपति अब्दुल राशिद दोस्तम के प्रति वफादार स्थानीय बलों का समर्थन था।
जावजान के सांसदों ने कहा कि पुलिस मुख्यालय, खुफिया एजेंसी के कार्यालय, राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (एनडीएस) और शेबर्गन में राज्यपाल के कार्यालय के पास भारी लड़ाई चल रही है। वहीं, जावजान प्रांतीय परिषद के सदस्य मावलवी अब्दुल ने आरोप लगाया है कि सुरक्षा एजेंसियां प्रांत पर आवश्यक ध्यान नहीं दे रही हैं। उन्होंने कहा कि जावजान अफगानिस्तान के भूगोल का भी हिस्सा है।
हेलमंद में इस बीच, लश्करगाह शहर के जिला 1 में लड़ाई जारी है। सोशल मीडिया पर वीडियो से पता चलता है कि सरकारी बलों और तालिबान के बीच चल रही झड़पों में दुकानों में आग लग गई है। हेलमंद में एक नागरिक समाज कार्यकर्ता महमूद खान ने कहा कि केंद्र सरकार क्या कर रही है? उन्होंने हिंसा बंद करने की अपील की है।
पिछले कुछ हफ्तों में तालिबान ने देश के पूर्वोत्तर प्रांत तखर सहित अफगानिस्तान के कई प्रमुख जिलों पर कब्जा कर लिया है। पिछले हफ्ते तालिबान ने देश के कंधार प्रांत में एक लोकप्रिय अफगान कॉमेडियन की हत्या कर दी थी। अफगानिस्तान में नए क्षेत्रों पर कब्जा करने के बाद, तालिबान ने अफगान महिलाओं पर दमनकारी कानून को फिर से लागू किया है।