स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर होने वाली पतंगबाजी से बिजली वितरण कंपनियों (डिस्काम) की चिंता बढ़ गई है। प्रत्येक वर्ष चीनी मांझे से बिजली नेटवर्क को क्षति पहुंचती है। बिजली आपूर्ति बाधित होने के साथ ही दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसे ध्यान में रखकर डिस्काम की ओर से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। एफएम रेडियो और इंटरनेट मीडिया पर वीडियो के जरिये लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लोगों को बिजली लाइन के आसपास पतंगबाजी नहीं करने की सलाह दी जा रही है।
बिजली अधिकारियों का कहना है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में पतंगबाजी की परंपरा है। कई लोग पतंग उड़ाने के लिए चीनी मांझे या फिर धातु लेपित वाले धागे का इस्तेमाल करते हैं। इसके बिजली लाइन के संपर्क में आने से करंट लगने का खतरा रहता है। बिजली आपूर्ति भी बाधित होती है।
एक अनुमान के अनुसार, 33/66 केवी की बिजली लाइन के टिप होने पर लगभग दस हजार लोगों के और 11 केवी की लाइन टिप होने पर ढाई हजार के लगभग घरों में बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है। बिजली आपूर्ति ठप होने से अस्पतालों व अन्य जरूरी सेवाओं में कामकाज बाधित हो सकता है।
नियम के अनुसार बिजली आपूर्ति में बाधा डालना और बिजली उपकरणों को नुकसान पहुंचाना दंडनीय अपराध है। सरकार ने वर्ष 2017 से इस मांझे पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकारी आदेश के अनुसार केवल बिना धातु वाले सूती धागे से ही पतंग उड़ा सकते हैं।
टाटा पावर दिल्ली डिस्टिब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) के अधिकारियों ने लोगों को चीनी मांझे व धातु वाले अन्य धागों का इस्तेमाल से परहेज करने के साथ ही बिजली लाइन के आसपास पतंगबाजी नहीं करने की अपील की है। इंटरनेट मीडिया पर छोटे-छोटे वीडियो के जरिये लोगों को सुरक्षित तरीके से पतंग उड़ाने के बारे में जानकारी दी जा रही है।