अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते कदमों को रोकने के लिए राष्ट्रपति गनी ने की नए चीफ आफ आर्मी स्टाफ की नियुक्ति

अफगानिस्तान में तालिबान के तेजी से बढ़ते कदमों पर अंकुश लगाने के लिए राष्ट्रपति अशरफ गनी ने नए चीफ आफ आर्मी स्टाफ की नियुक्ति की है। तालिबान, अफगानिस्तान के कई प्रमुख क्षेत्रों पर तेजी से कब्जा कर रहा है। इस बीच बुधवार को राष्ट्रपति अशरफ गनी ने तालिबान को करारा जवाब देने के प्रयास में नया चीफ आफ आर्मी स्टाफ नियुक्त किया है। हैबतुल्लाह अलीज़ई ने वली मोहम्मद अहमदज़ई की जगह नए चीफ आफ आर्मी स्टाफ की कमान संभाली है। अफ़ग़ानिस्तान टाइम्स ने बताया कि अलीज़ाई ने इससे पहले अफ़ग़ान नेशनल आर्मी कमांडो के कमांडर के रूप में काम किया है।

तालिबान के आक्रामक हमले ने अफगान सेना को बुरी तरह प्रभावित किया है। तालिबानी आतंकवादी समूह ने अफगानिस्तान की सरकार से नौ प्रांतीय राजधानी छीन ली है और इन प्रांतों पर कब्जा जमा लिया है। नाम न छापने की शर्त पर दो अफगान अधिकारियों ने बताया कि, कुंदुज के किनारे पर एक सैन्य अड्डे पर कई दिनों तक रुकने के बाद, सैकड़ों अफगानिस्तान सुरक्षाबलों ने तालिबान के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।

तालिबान के आक्रामक हमले ने अफगान सेना को बुरी तरह प्रभावित किया है। तालिबानी आतंकवादी समूह ने अफगानिस्तान की सरकार से नौ प्रांतीय राजधानी छीन ली है और इन प्रांतों पर कब्जा जमा लिया है। वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, नाम न छापने की शर्त पर दो अफगान अधिकारियों ने बताया कि कुंदुज के किनारे पर एक सैन्य अड्डे पर कई दिनों तक रुकने के बाद, सैकड़ों अफगानिस्तान सुरक्षाबलों ने तालिबान के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उन्होंने अपने मूल्यवान उपकरण भी तालिबान आतंकियों को सौंपे।

तालिबान की ओर से देश में बढ़ती हिंसा के कारण स्थिति बुरी तरह बिगड़ रही है। तालिबानी आतंकवादी समूह अफगानिस्तान के कई क्षेत्रों पर कब्जा करने के बाद लोगों को लूट रहा है और नागरिकों को मार रहा है। पिछले साल फरवरी में वाशिंगटन और तालिबान के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर के बाद अमेरिकी सेना बड़ी संख्या में अफगानिस्तान से लौट आई। इसके तुरंत बाद तालिबान ने अफगान सुरक्षाबलों के खिलाफ अपना आक्रमण तेज कर दिया।