Delhi Health Card 2022: विदेश की तर्ज पर दिल्लीवासियों को अगले साल जारी होगा हेल्थ कार्ड

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को दिल्ली सचिवालय में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्वास्थ्य सूचना प्रबंधन प्रणाली (एचआइएमएस) योजना की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें बताया कि दिल्ली के लोगों को हेल्थ कार्ड व हेल्पलाइन जारी करने के लिए वेंडर चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इसे लागू करने के लिए कैबिनेट में रखने की तैयारी चल रही है।

वहीं, बैठक के बाद दिल्ली सरकार ने दावा किया है कि अगले साल के शुरुआत में यह योजना लागू कर दी जाएगी और हर व्यक्ति को क्यूआर कोड आधारित हेल्थ कार्ड जारी कर दिया जाएगा। इससे विदेश की तर्ज पर दिल्लीवासियों के पास भी अपना हेल्थ कार्ड होगा। दिल्ली सरकार का दावा है कि देश में यह अपनी तरह का इकलौता सिस्टम होगा। हेल्थ कार्ड में संबंधित व्यक्ति के स्वास्थ्य से संबंधित सभी जानकारी उपलब्ध होगी।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तय समय पर इस योजना का काम पूरा करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। हेल्थ कार्ड की शुरुआत होने पर लोगों को परेशानी मुक्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो पाएंगी।

इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी मौजूद थे। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि कैबिनेट नोट के मसौदे को स्वास्थ्य मंत्री की मंजूरी के बाद उस पर अंतर विभागीय विचार-विमर्श के लिए भेजा गया है। एचआइएमएस योजना के पहले चरण का कार्य साल के अंत कर पूरा कर लिया जाएगा। इसके तहत अगले तीन माह में काल सेंटर स्थापित किया जाएगा। इसके माध्यम से लोगों की समस्या का निदान होगा।

अस्पताल में लाइनों में लगने से मिलेगी मुक्ति

यह योजना लागू होने पर मरीजों को अस्पतालों में लंबी-लंबी लाइनों में नहीं लगना पड़ेगा। मरीज घर बैठे आनलाइन एप्वाइंटमेंट ले सकेंगे। इसके बाद वे निर्धारित समय पर जाकर ओपीडी में डाक्टर से परामर्श ले सकेंगे। इसके अलावा आपातकालीन सेवाओं में भी मदद मिलेगी।

हेल्थ कार्ड बनाने के लिए किया जाएगा सर्वे

लोगों को हेल्थ कार्ड बनवाने के लिए अस्पतालों या दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़े, इसके लिए दिल्ली में सर्वे किया जाएगा। इसके बाद घर-घर सत्यापन कर हेल्थ कार्ड वितरित किए जाएंगे। साथ ही अस्पतालों व अन्य निर्धारित स्थानों पर भी हेल्थ कार्ड बनाए जाएंगे। मतदाता पहचान पत्र व जनसंख्या रजिस्ट्री के आधार पर यह कार्ड जारी किया जाएगा। हेल्थ कार्ड का फायदा यह होगा कि एचआइएमएस से जुड़े किसी अस्पताल में इलाज कराया जा सकेगा। चरणबद्ध तरीके से इस योजना से निजी अस्पतालों को भी जोड़ा जाएगा। इससे निजी अस्पतालों में भी इलाज कराना आसान हो जाएगा।