अफगानिस्तान: लश्करगाह पर भी काबिज हुआ तालिबान, आतंकियों के चंगुल में आ चुका देश का दो-तिहाई हिस्सा

अफगानिस्तान के कई हिस्सों पर काबिज हो रहे तालिबान ने शुक्रवार को लश्करगाह के दक्षिणी शहर को अपने नियंत्रण में ले लिया। इस तरह अब तक लगभग दो तिहाई देश पर तालिबान काबिज हो गया है। तालिबान ने गुरुवार को पश्चिमी अफगानिस्तान के तीसरे सबसे बड़े शहर हेरात पर कब्जा कर लिया है।

तालिबान के प्रवक्ता जबिहुल्लाह मुजाहिद ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए बताया कि हेलमंद प्रांत की राजधानी लश्करगाह में पुलिस मुख्यालयों समेत सरकारी ऑफिस भी अब उसकी नियंत्रण में है। पिछले दो दशक के दौरान हेलमंद पर तालिबान की मजबूत पकड़ रही लेकिन पिछले दिनों यहां अफगान सैनिकों के कंट्रोल में था। मुजाहिद ने कंधार के भी सभी हिस्सों पर आतंकियों के कब्जे का दावा किया। शहर में तालिबानी आतंकियों की घूमने वाली वीडियो वायरल हो गई।

स्पुतनिक ने तालिबान के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि हेरात में पुलिस मुख्यालय पर भी कब्जा कर लिया गया है। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि तालिबान लड़ाके जब गोलियां बरसाते और नारे लगाते हुए हेरात की जामा मस्जिद के पास से गुजरे तो किसी ने भी उनका विरोध नहीं किया। सरकारी इमारतें खाली पड़ी रहीं। देश के तीसरे नंबर के शहर के इतनी आसानी से कब्जे में आने को तालिबान अपनी बहुत बड़ी कामयाबी मान रहा है। यह शहर बहुत ही पुराना बताया जाता है।

अल जजीरा ने गुरुवार को बताया कि तालिबान ने कंधार शहर में प्रवेश कर लिया है। शहर की सीमा के भीतर विद्रोहियों और सरकारी बलों के बीच भारी लड़ाई चल रही थी। इससे पहले दिन में गजनी प्रांत की राजधानी गजनी सिटी पर भी कब्जा हो गया। इस शहर पर कब्जे के साथ ही तालिबान राष्ट्रीय राजधानी काबुल के और करीब पहुंच गया है। काबुल से गजनी महज 130 किलोमीटर दूर है। तालिबान का देश के 34 प्रांतों में से अब 11 पर नियंत्रण हो चुका है। कई अन्य शहरों पर भी कब्जे को लेकर लड़ाई तेज हो गई है।

युद्धग्रस्त देश अफगान के हालात 1 मई से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की शुरुआत होते ही बदतर होती चली गई। यहां के कई शहरों और करीब देश के आधे प्रांतों में पिछले कुछ सप्ताह से सरकार के सैन्य बलों और तालिबानी आतंकियों के बीच भीषण जंग देखा गया।