International Left Handers Day 2021: दुनिया में ज़्यादातर लोग अपने दाएं हाथ का उपयोग करते हैं, यानी उनका दांया हाथ बाएं हाथ की तुलना ज़्यादा मज़बूत होता है। वहीं, कई लोग ऐसे भी हैं जिनके साथ उलटा है। वे अहम तौर पर अपना बांया हाथ यूज़ करते हैं। हालांकि, ऐसे लोग काफी कम हैं, इसलिए हर साल दुनियाभर में 13 अगस्त के दिन इंटरनैशनल लेफ्ट हैंडर्स डे मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत साल 1976 में डीन आर कैम्पबेल द्वारा की गई थी।
इस दिन लेफ्टी होने की खासियतों को सेलिब्रेट किया जाता है। बाएं हाथ से काम करने के फायदों और नुकसानों की बारे में बात की जाती है, और लोगों को इस बारे में जागरूक किया जाता है। खासतौर पर भारत जैसे देश में जहां बाएं हाथ के इस्तेमाल को आज भी कई जगहों पर ग़लत माना जाता है।
कुछ लोग लेफ्टी क्यों होते हैं?
भ्रूण विकास – कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि जेनेटिक की तुलना में इसके पीछे पर्यावरणीय प्रभाव का ज़्यादा असर पड़ता है। उनका कहना है कि गर्भ में पर्यावरणीय कारक (हार्मोन के संपर्क सहित) प्रभावित कर सकते हैं कि बच्चे का दायां या बायां हाथ ज़्यादा स्ट्रॉन्ग होगा।
दुनिया में 7-10% लोग ही हैं लेफ्टी
एक रिसर्च के मुताबिक दुनियाभर में सिर्फ 7-10% लोग ही बांय हाथ का उपयोग करते हैं। ऐसा कम ही लोग जानते हैं लेकिन इस दुनिया में लेफ्ट हैंडर होना आसान नहीं है। उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जैसे ज़्यादातर मशीनें, कप्यूटर का माउस, कीबोर्ड जैसी चीज़ें राइट हैंड से इस्तेमाल के मुताबिक बनाई जाती हैं। ऐसे में जो लोग लेफ्टी हैं उनके लिए इन्हें इस्तेमाल करना मुश्किल हो जाता है।
लेफ्टी होने में क्या है ख़ास?
लड़कियों की तुलना में लड़के ज़्यादा लेफ्ट हैंडर होते हैं, जिसके लिए टेस्टोस्टरॉन हार्मोन ज़िम्मेदार होता है। यहां तक कि कुछ एक्सपर्ट्स छोटी उम्र में दिमाग़ को पहुंची हल्की चोट को भी इसका ज़िम्मेदार मानते हैं। शोध से पता चलता है कि बाएं हाथ के लोगों में अल्सर और गठिया विकसित होने का जोखिम कम हो सकता है। वे स्ट्रोक से भी अधिक तेज़ी से उबर सकते हैं। अमेरिकन जर्नल ऑफ साइकोलॉजी में एक पुराने लेख से पता चलता है कि बाएं हाथ के लोग अलग सोच में बेहतर हो सकते हैं, खासतौर पर वे रचनात्मक विचारों में राइट हैंडर्स से बेहतर होते हैं।