Neeraj Chopra: पानीपत पहुंचे गोल्‍ड मेडलिस्‍ट नीरज चोपड़ा, भव्‍य स्‍वागत, पैतृक घर से 24 किमी दूर तक कुछ यूं दिखा नजारा

नीरज चोपड़ा। मेडल जीतने के बाद पहली बार ओलिंपियन गोल्‍डन ब्‍वाय मंगलवार सुबह आठ बजे पानीपत पहुंचे। अपने बेटे और स्‍टार खिलाड़ी के स्‍वागत के लिए पानीपत के लोगों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। गांव खंडरा से करीब 24 किमी दूर समालखा से ही भव्‍य स्‍वागत शुरू हुआ। नीरज के पहुंचते ही फूलों की बारिश हुई।

नीरज चोपड़ा डीसी सुशील सारवान की गाड़ी में थे। समालखा पहुंचते ही नीरज ने लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। गाड़ी की स्‍पीड धीरे की गई। लोग आगे आए और फूल मालाओं से अपने स्‍टार खिलाड़ी का स्‍वागत करते रहे। इस स्‍वागत यात्रा के काफिले में आगे-आगे तिरंगा लगींं बाइकें थीं तो पीछे कारों का काफिला था।

मुस्‍कुराते हुए नीरज हर किसी का अभिवादन स्‍वीकार कर रहे थे। समालखा में उनके स्‍वागत के लिए पैतृक गांव खंडरा से काफी संख्‍या में युवा पहुंंचे थे। प्रशंसकों की भीड़ की वजह से पुलिस प्रशासन भी तैनात था।

लगते रहे नारे 

टोक्‍यो ओलिंपिक में स्‍वर्ण पदक विजेता जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा के पहुंचने पर नीरज के नाम के नारे लगने शुरू हो गए। सुबह पानीपत की धरती में कदम रखते ही उनका गर्मजोशी के साथ स्‍वागत किया गया।

सुबह से ही जीटी रोड पर जुटे प्रशंसक

पानीपत जीटी रोड समालखा में नीरज के स्‍वागत के लिए गांव के लोग पहले पहुंच गए थे। सुबह करीब आठ बजे नीरज के आने के स्‍वागत की तैयारी पूरी हो चुकी थी। नीरज करीब सवा आठ बजे  पहुंचे।

रोड किनारे लोग स्‍टार खिलाड़ी को देखने के इंतजार में खड़े 

समालखा में पुलिस बल भी तैनात था। काफी दूर तक रोड किनारे लोग उनके स्‍वागत में खड़े थे। नीरज की स्‍वागत यात्रा में बाइक में भी लोग शामिल थे। सभी गाडि़यों में तिरंगा लगा था। आगे-आगे युवाओं का काफिला था।

शब्‍दों में बयां नहीं कर सकते ये प्‍यार

नीरज ने कहा, पानीपत में पहुंचने के बाद जिस तरह का प्‍यार मिल रहा, उसे शब्‍दों में बयां नहीं किया जा सकता है। उन्‍होंने कहा, मुझे लगता है कि जैवलिन के लिए इस तरह सपोर्ट लोग करते रहेंगे। मैं और ज्‍यादा मेहनत करूंगा। जो युवा और बच्‍चे खेल में आगे बढ़ना चाहते हैं उन्‍हें यह मेडल जरूर प्रेरित करेगा।

गांव में स्‍वागत की कुछ ऐसी तैयारी

नीरज चोपड़ा कुछ ही देर में गांव खंडरा पहुंच जाएंगे। स्वागत के लिए 20 हजार लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। एक बड़ा स्‍टेज तैयार किया गया है। एक वीआइपी गैलरी भी है। कार्यक्रम देखने के लिए एलइडी स्क्रीन, पंखे व कूलर लगाए गए हैं। दो जगह अलग-2 टेंट लगा है।