एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) ने बुधवार को वैक्सीन के विकसित करने के दौरान हुई अपनी गलती को स्वीकार किया है जिसके कारण प्रायोगिक वैक्सीन को लेकर सवाल उठ रहे हैं। जबकि हाल में ही यूनिवर्सिटी व कंपनी ने दावा किया है कि उनकी वैक्सीन के दो शॉट कोरोना वायरस से बचाव में 90 फीसद प्रभावी हैं।
इस क्रम में अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी देश वासियों से वैक्सीन का इंतजार करने की अपील की है और तब तक थैंक्सगिविंग डे जैसे आयोजनों को न मनाने को कहा है। रॉयटर्स के अनुसार, दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। यदि इसी तरह से रफ्तार रही तो 5 करोड़ से 6 करोड़ तक पहुंचने में 17 दिन लगेंगे। पिछले सप्ताह से करीब 5 लाख 80 हजार संक्रमण के नए मामले रोजाना आ रहे हैं