Earthquake in Meerut: मेरठ में रात में भूकंप के झटकों का सुबह तक असर, भूकंप की तीव्रता 4.2; लोग घरों से निकलकर भागे

पश्चिमी उत्तर प्रदेश की प्रमुख औद्योगिक नगरी मेरठ कल रात के भूकंप के झटकों से सहम गई। मेरठ तथा आसपास के क्षेत्र में लोगों को करीब 6.1 तीव्रता वाले भूकंप के घटके का सामना करना पड़ा। मेरठ में रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 आसपास बताई गई है।

मेरठ में देर रात भूकंप के तेज झटके महसूस होने के बाद से लोग घबराकर घरों से बाहर भागे। काफी देर तक पार्क तथा खुली जगह में रहने के बाद लोग घरों में लौटे। उत्तर भारत में शुक्रवार रात करीब 10:30 बजे आए भूकंप से मेरठ में भी धरती कांप उठी। भूकंप के झटकों से लोग घबराकर घरों से बाहर निकल गए। भूकंप के झटके मेरठ के साथ ही चंडीगढ़, अलीगढ़, उत्तराखंड तथा जम्मू-कश्मीर में भी काफी देर तक महसूस होते रहे।

मेरठ में एक बार के झटके के बाद दोबारा भूकंप के हल्के झटके लगे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मेरठ मे 4.2 आसपास बताई गई है। मेरठ के लोगों का कहना है कि झटके काफी तेज थे। दरअसल, यहां लोग आराम से अपने घरों पर थे। आसानी से झटके महसूस किए गए, जो लोग रात मे दफ्तरो मे थे वह भी बाहर आ गए। दिल्ली एनसीआर में रात 10 बजकर 35 मिनट के करीब भूकंप के झटके महसूस किए गए।

दिल्ली एनसीआर में आए भूकंप से मेरठ में अपने घरों में बैठे लोग सहम गए। जिस समय झटके महसूस किए गए उस समय ज्यादातर लोग अपने घरों में ही थे हैं और ऐसे में झटकों के बाद लोग घर से बाहर निकल आए। भूकंप की तीव्रता 6.1 थी। भूकंप के झटके लगते ही मेरठ के लोग भी सहम गए। लोग घरों से बाहर निकल आए, जो लोग बाहर नहीं निकले वे अपनी बालकनी में आ गए। आम तौर पर भूकंप के दौरान लोग घरों से बाहर आ जाते हैं।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार मेरठ तथा पास के क्षेत्र में दो भूकंप के झटके पांच मिनट के अंतराल पर लगे। इस भूकंप का इसका पहला केंद्र ताजिकिस्तान रहा और दूसरा केंद्र पंजाब का अमृतसर। ताजिकिस्तान में भूकंप की तीव्रता 6.3 रही, जबकि अमृतसर में 6.1 तीव्रता मापी गई। इस भूकंप से किसी तरह का नुकसान नहीं हो पाया है।