विश्व साक्षरता दिवस आज पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। साक्षरता के महत्व के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर वर्ष 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस मनाया जाता है। साक्षरता न केवल लोगों को सम्मान के साथ जीने में मदद करती है बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बनाती है। साक्षरता एक अधिकार है। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने 1966 में 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में घोषित किया था, तब से हर वर्ष इसे इस दिन मनाया जाता है।
विश्व साक्षरता दिवस 2021: थीम
यूनेस्को ने इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की थीम “ह्यूमन सेंटर्ड रिकवरी के लिए साक्षरता: डिजिटल डिवाइड को कम करना” घोषित की है। यूनेस्को के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 2021 में यह पता लगाया जाएगा कि साक्षरता कैसे मानव-केंद्रित पुनर्प्राप्ति के लिए एक ठोस आधार बनाने में योगदान कर सकती है। इस बार साक्षरता और गैर-साक्षर युवाओं और वयस्कों के लिए आवश्यक डिजिटल स्किल के बीच जरूरी स्टेप्स पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। साथ ही, इस बात का भी पता लगाया जाएगा कि क्या तकनीक-सक्षम साक्षरता सीखने को समावेशी और सार्थक बनाता है ताकि कोई पीछे न छूटे। ऐसा करने से विश्व साक्षरता दिवस 2021 महामारी के इस दौर में और उसके बाद निकट भविष्य की साक्षरता, शिक्षण और सीखने की फिर से कल्पना करने का एक अवसर होगा।
विश्व साक्षरता दिवस 2021: महत्व
यूनेस्को द्वारा साझा किये गये आकड़ों के अनुसार, दुनिया भर में 773 मिलियन युवा वयस्कों में आज भी साक्षरता कौशल की कमी है। विश्व साक्षरता दिवस 2021 एक पहल है जो युवाओं को साक्षर होने और साक्षरता विभाजन को रोकने के लिए जागरूकता को बढ़ाती है। साथ ही, साक्षरता संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) और सतत विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र के 2030 के एजेंडा का एक प्रमुख घटक भी है।