Indian Railways: ट्रेन में सफर के दौरान यात्रियों को होगा खुशनुमा एहसास, दिखेंगे खूबसूरत नजारे

रेलवे पटरी के किनारे फैली गंदगी और उससे उठने वाले दुर्गंध से रेल यात्री परेशान रहते हैं। दिल्ली की स्थिति भी कमोबेश इसी तरह की है। इससे बाहर से आने वाले पर्यटक शहर को लेकर गलत धारणा बनाते हैं। इस समस्या के समाधान की दिशा में काम शुरू हो गया है और आने वाले दिनों में पटरी के किनारे मनमोहक रंग बिरंगे फूल व हरियाली देखने को मिलेगी। इससे न सिर्फ सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने में मदद मिलेगी बल्कि रेलवे भूमि को अवैध कब्जे से भी बचाया जा सकेगा।

रेल पटरियों व इसके आसपास के क्षेत्र की सफाई बड़ी समस्या है। लोग खाली पड़ी जमीन पर कचरा फेंकते हैं। आसपास के रिहायशी इलाके की नालियों का पानी ट्रैक किनारे जमा रहता है। इससे बीमारी फैलने का खतरा रहता है। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण भी इसे लेकर चिंता जता चुका है। रेलवे को पटरियों की सफाई सुनिश्चित करने को कहा गया है। इसी तरह से रेलवे की खाली पड़ी जमीन पर धड़ल्ले से अवैध कब्जा हो रहा है। यह सुरक्षित रेल परिचालन के लिए बड़ा खतरा है।

समस्या के समाधान के लिए दिल्ली मंडल ने पटरी के किनारे लोहे की जाली से घेराबंदी करके फूल व पौधे लगाने का फैसला किया है। पहले चरण में नई दिल्ली से आदर्श नगर, ओखला और साहिबाबाद रूट पर लगभग 40 किलोमीटर ट्रैक के किनारों को हरा भरा व आकर्षक बनाया जाएगा। इसका काम शुरू कर दिया गया है। आने वाले माह में इन तीनों रूट पर घेराबंदी का काम पूरा कर लिया जाएगा। इस घेरे के अंदर बोगनवेलिया व अन्य मनमोहक फूल व पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही जहां संभव होगा पीपल, बरगद के पौधे लगेंगे।

अधिकारियों का कहना है कि यदि यह प्रयोग सफल रहा तो अगले चरण में दिल्ली मंडल के अन्य रेलवे स्टेशनों के आसपास और अलग-अलग रूट के किनारों को सुरक्षित व सुंदर बनाने का काम शुरू किया जाएगा। कारपोरेट सामाजिक रिस्पांसबिल्टी (सीएसआर) के तहत कंपनियां इस काम में सहयोग कर रही हैं।

पहले चरण में इन रूट पर ट्रैक किनारों को खूबसूरत बनाया जा रहा है

  • नई दिल्ली-आदर्श नगर-12 किलोमीटर
  • नई दिल्ली-ओखला-10 किलोमीटर
  • नई दिल्ली-साहिबाबाद-16 किलोमीटर