हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के मौन व्रत पर चुटकी ली है। उन्होंने कहा कि सिद्धू यदि स्थाई तौर पर मौन व्रत रखें तो इससे देश व कांग्रेस को शांति मिलेगी। साथ ही लखीमपुर खीरी मामले में किसान नेताओं को भी धैर्य रखने की सलाह दी है।
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू लखीमपुर खीरी घटना के दोषियों की गिरफ्तारी होने तक मौन व्रत पर बैठ गए हैं। इस पर गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने निशाना साधते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी में प्रशासन अपनी कार्रवाई में लगा है। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा 18 अक्टूबर को रेल रोको प्रदर्शन के आह्वान पर विज ने कहा कि पूरे मामले की उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निष्पक्ष जांच कराई जा रही है। किसानों को इस मामले में धैर्य से काम लेने चाहिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा हरियाणा सरकार को दिल्ली सरकार की तरह किसानों को पराली निष्क्रिय घोल मुहैया कराने की सलाह पर विज ने पलटवार करते हुए कहा कि हरियाणा का किसान बहुत समझदार है। प्रदेश का किसान पराली जलाने से मिट्टी व पर्यावरण को होने वाले नुकसान को समझता है। हरियाणा सरकार भी पराली न जलाने को लेकर लगातार किसानों को जागरूक कर रही है।
इस वजह से सुर्खियों में सिद्धू
लखीमपुर जाते समय सिद्धू ने अलाकमान के फैसले पर ही सवाल खड़े कर दिए थे। उन्होंने पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के लिए भी अपशब्द बोल दिए। उन्होेंने कहा कि 2022 में कांग्रेस को डुबो देंगे। बता दें कि इससे पहले भी सिद्धू की बयानबाजी कांग्रेस नेतृत्व को विवादों में लाकर खड़ा कर दिया था।
वहीं अमृतसर के राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक ने भी नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधा। उन्होंने सिद्धू को अयोग्य नेता ही करार दे दिया। उन्होंने कहा, सिद्धू का अपने शब्दों पर कोई कंट्रोल नहीं है।