इंडियन प्रीमियर लीग के 14वें सीजन में ट्राफी जीतने की आस लिए उतरी रायल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम को एक बार फिर खाली हाथ लौटना पड़ा। एलिमिनेटर मुकाबले में कोलकाता नाइटराइजर्स के हाथों टीम को हार मिली और वह टूर्नामेंट से बाहर हो गई। यह कप्तान विराट कोहली के लिए बेहद निराशाजनक अंत रहा क्योंकि वह टीम के लिए बतौर कप्तान एक भी ट्राफी नहीं जीत पाए। कप्तान के तौर पर यह उनका आखिरी मुकाबला था। इस मैच के बाद वह टीम की कप्तानी कभी नहीं करेंगे हालांकि बतौर खिलाड़ी खेलते रहेंगे।
सोमवार को आइपीएल के एलिमिनेटर में बैंगलोर की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कोलकाता के सामने 7 विकेट पर 138 रन ही बना पाई। सुनील नरेन ने आरसीबी के खिलाफ घातक गेंदबाजी करते हुए चार विकेट चटकाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरे कोलकाता ने दो गेंद शेष रहते 6 खोकर जीत दर्ज की। अब कोलकाता की टीम का सामना क्वालीफायर 2 में दिल्ली कैपिटल्स की टीम के साथ होगा।
विराट ने मैच खत्म होने के बाद कहा, “बतौर कप्तान मुझसे जितना हो सकता है था किया और इस एक चीज के लिए अपना 120 प्रतिशत दिया। मैं पहले भी इस बात को कह चुका हूं और एक बार फिर से वही दोहरा रहा हूं कि जबतक भी मैं इस टूर्नामेंट खेलने उतरूंगा, वो टीम आरसीबी ही होगी। मैंने अपना पूरा समर्पण दिया है और मेरे लिए जैसा कि बताया वफादारी बहुत ही बड़ी चीज है। इसके सामने बाकी कोई भी चीज मायने नहीं रखती।”
“मैंने टीम की कप्तान जरूर छोड़ दी है लेकिन मैं इस टीम के अलावा किसी और टीम की तरफ से खुद को खेलते नहीं देख सकता। इस टीम की कप्तानी में कि और अगले सीजन से बतौर खिलाड़ी टीम के लिए मैदान पर उतरने के लिए तैयार हूं। मैंने तो पहले ही बता दिया है कि आखिरी सांस तक मैं इसी एक टीम के साथ जुड़े रहना चाहता हूं।”