कृषि कानूनों को लेकर चल रहे आंदोलन को लेकर आंदोलनकारी किसानों ने आज ट्रेनों को रोकने के लिए मोर्चा संभाला है। सिरसा में हिसार-फाजिल्का ट्रेन को रोक लिया गया है। हिसार में हिसार-लुधियाना ट्रेन समेत कुल आठ ट्रेनें ट्रैक पर खड़ी हैं। इसमें मालगाडि़या भी शामिल है। वहीं हिसार रेलवे स्टेशन पर हिसार गोरखधाम एक्सप्रैस पहुंच चुकी है। इसे शाम को जाना है। सोमवार को रेल रोकने का आह्वान किया था। इसके लिए केवल हिसार जिला में पांच से छह स्थानों पर चिन्हित किया गया।
यहां पर सुबह नौ बजे से ही किसान पटरियों पर बैठना शुरू हो गए। आंदोलनकारियों ने रामायण में डेरा डाल लिया। वहीं रामायण टोल, चिढ़ौद, बरवाला और आदमपुर में रेल ट्रेक रोकने की बात आंदोलनकारी किसानों ने कही। मगर ट्रेन रोके जाने से जनता को परेशानी झेलनी पड़ेगी। खासतौर पर जिन यात्रियों ने टिकट आरक्षित की है वे और भी ज्यादा परेशानी झेलेंगे। आंदोलन का अब स्वरूप बदलता जा रहा है।
प्रदर्शन किसी तरह से उग्र न हो इसके लिए पुलिस और प्रशासन सतर्क है। प्रशासन ने सात अधिकारियों को बतौर ड्यूटी मजिस्ट्रेट कानून व्यवस्था संभालने के लिए जिम्मेदारी दी है। वहीं जिन स्थानों पर किसान रेल रोकेंगे वहां पर सुरक्षा बलों की एक-एक कंपनियां तैनात की है। किसान सुबह 10 बजे से लेकर सायं चार बजे तक यहां पर अपना प्रदर्शन करेंगे।
सिरसा में किसानों ने रोकी रेवाड़ी फाजिल्का ट्रेन, यात्री परेशान
सिरसा : लखीमपुर खीरी में हुए घटनाक्रम मामले में केंद्रीय मंत्री की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर किसान संगठनों ने सोमवार को रेल रोको आंदोलन चलाया। सुबह दस बजे आंदोलनकारी रेलवे स्टेशन पर एकत्रित हो गए। रेवाड़ी से सिरसा होते हुए फाजिल्का जाने वाली यात्री गाड़ी को सिरसा रेलवे स्टेशन पर रूकवा दिया। आंदोलनकारी किसानों ने ट्रेन के आगे एकत्रित हाेकर नारेबाजी की तथा बाद में दरी बिछा कर बैठ गए। इस दौरान एक किसान नेता ने अपनी गाड़ी रेलवे स्टेशन पर चढ़ा रखी थी तथा उसमें लगे स्पीकर सिस्टम से संबोधित किया जा रहा था। आंदोलनकारियाें ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्च के आह्वान पर सुबह 10 से शाम चार बजे तक रेल रोको आंदोलन चलेगा। इस दौरान शांतिपूर्ण तरीके से रेल गाड़ी के आगे बैठकर विरोध जताएंगे।
इस मौके पर किसान नेता प्रह्लाद सिंह भारू, लखविंदर सिंह, भूपेंद्र सिंह वेद वाला व अन्य मौजूद रहे। उधर किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जीआरपी और राजकीय रेलवे पुलिस के अलावा आरएएफ के जवान तेनात रहे। किसान आंदोलन के चलते यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। अधिकतर यात्री बसों के द्वारा अपने गतंव्य की ओर रवाना हुए। उधर कालांवाली रेलवे स्टेशन पर भी किसानों ने रेलवे ट्रेक पर बैठकर रोष जताया। ऐलनाबाद, डबवाली, डिंग मंडी स्टेशनों पर भी विरोध प्रदर्शन किए गए।
रोहतक में रुकी किसान और छिंदवाड़ा एक्सप्रेस गाड़ियां
रोहतक : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान संगठनों की ओर से रविवार को रेल रोको आंदोलन शुरू कर दिया गया है। जिसके किसान एक्सप्रेस व छिंदवाड़ा एक्सप्रेस रेलगाड़ियां रोहतक रेलवे स्टेशन पर ही रोकी गई है। रेलगाड़ियों को रोहतक रेलवे स्टेशन पर रोके जाने से यात्री परेशान हो रहे है। उधर, आंदोलन के तहत किसान लाहली व लाखनमाजरा में भी रेलवे लाइनों पर पहुंच गए हैं। जहां रेलवे लाइन पर बैठेंगे।
संयुक्त किसान मोर्चा का सुबह दस से चार बजे तक रेल रोको आंदोलन चलाने का आह्वान है। लेकिन मौसम खराब होने के चलते रोहतक में आंदोलन कुछ देरी से शुरू हुआ है। किसान संगठनों का कहना है कि रोहद में भी किसान रेलवे लाइन पर बैठे हुए हैं। किसानों के रेल रोका आंदोलन के चलते रेल गाड़ियों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। किसान संगठनों के आंदोलन के चलते रेल गाड़ियों के चार बजे तक चलने की कोई संभावना नहीं है। ऐसे में यात्रियों को घंटों तक रेलवे स्टेशन पर ही परेशान होना पड़ रहा है।
उधर, रेल रोको आंदोलन के मद्दे नजर रेलवे स्टेशन पर पुलिस बल भी तैनात है। अनेक किसान मकड़ौली में रेलवे लाइन पर बैठ गए हैं। जिसके चलते रोहतक पानीपत रूट की गाड़ियां प्रभावित हो रही है। लाहली में किसानों के रेलवे लाइन पर पहुंचने से रोहतक भिवानी रूट की जबकि लाखनमाजरा में किसानों के पहुंचने से रोहतक-जींद रूट की रेलगाड़ियां प्रभावित हो रही है। आंदोलन के चलते जो रेलगाड़ियां जहां हैं, उनको वहीं के स्टेशनों पर रोका गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर जाखल, टोहाना व भट्टूकलां में रेलवे ट्रैक पर बैठे किसान
फतेहाबाद : संयुक्त किसान माेर्चा द्वारा पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को जाखल, टोहाना व भट्टूकलां रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर किसान धरना देकर बैठ गए। किसान सुबह साढ़े 10 बजे धरने पर बैठे, ऐसे में तीनों जगह पर सुबह की ट्रेन जा चुकी थी। जिससे रेलवे प्रशासन को कुछ दिक्कत नहीं हुई। इसके अलावा प्रदेश में सभी जगह किसान धरना दे रहे है। यहीं कारण है कि रेलवे विभाग ने ट्रेनों का शेड्यूल बदल दिया। किसानों ने तीनों जगह धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि किसान मोर्चा ने पहले ही तय कर दिया था कि 18 अक्टूबर को रेलवे ट्रैक पर धरना दिया जाएगा। उसी के तहत दिया जा रहा है। इस दौरान किसी भी ट्रेन का नहीं जाने दिया जाएगा। किसानों के द्वारा धरना देने की किसी को कोई सूचना नहीं थी। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जाखल रेलवे स्टेशन पर लुधियाना जाने के लिए आए यात्री रमेश कुमार, सुरजीत सिंह ने बताया कि उन्हें रेलवे ट्रैक पर धरना देने की कोई सूचना नहीं थी। वे लुधियाना काम करते है। ऐसे में शनिवार को अपने घर आए थे। लेकिन यहां पर कोई ट्रेन ही नहीं आई है। यहां के अधिकारियों ने बताया कि किसानों द्वारा पूरे प्रदेश में धरना देने के कारण ऐसा हो रहा है। ऐसे में उन्हें निजी वाहन से जाना पड़ेगा।
डीएसपी स्तर के अधिकारियों की तैनाती
पुलिस ने सदर क्षेत्र में डीएसपी अभिमन्यु लोहान के साथ एसएचओ एक सुरक्षा बलों की कंपनी तैनात की है। वहीं आदाद नगर में एएसपी कुशल सिंह, एसएचओ के नेतृत्व में एक कंपनी लगाई गई है। इसके साथ ही आदमपुर, उकलाना, बरवाला में एक-एक डीएसपी और एसएचओ की तैनाती की गई है। इसके साथ ही यहां सुरक्षा बलों की एक-एक कंपनी और एक कंपनी रिजर्व में तैनात की गई है।