कांग्रेस की अंतरिक्ष अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी को पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में जीत के लिए कुछ खास मंत्र दिए हैं। उनके दिए मंत्र और सुझाए गए रास्ते उस बैठक का हिस्सा बने हैं जो मंगलवार को पार्टी हैडक्वार्टर में हुई थी। इस बैठक में पार्टी के सभी बड़े पदाधिकारी और विधानसभा चुनाव वाले राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष समेत प्रभारी भी शामिल हुए थे। इस बैठक में जो प्रमुख तीन बातें सोनिया गांधी की तरफ से कही गईं उनमें सबसे प्रमुख था संगठन को मजबूत करना। संगठन की मजबूती के साथ उन्होंने ये भी उजागर कर दिया कि संगठन की ताकत जो पहले हुआ करती थी वो अब नहीं रही है।
उन्होंने इस बात की भी आशंका जताई कि पार्टी के नेता आम जनता से दूर हो चले हैं। यही वजह थी कि इस बैठक में उन्होंने उन सभी नेताओं को दोबारा से आम लोगों से जुड़ने का सख्त संदेश दिया है। इसमें उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि यदि पार्टी को जिताना है तो अपने निजी स्वार्थ से ऊपर उठना होगा। सोनिया गांधी की तरफ से इन चुनावों को जीतने का ये दूसरा मूल मंत्र था। उनका तीसरा मंत्र पार्टी के नए सदस्यों को शामिल करना था। गौरतलब है कि 1 नवंबर से पार्टी अपना सदस्य अभियान शुरू कर रही है। इस अभियान को शुरू करने के बाबत फैसला 16 अगस्त को ही ले लिया गया था। सोनिया गांधी ने कहा है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को पार्टी के विचारों से अवगत कराना जरूरी है। उन्हें ये बताने की जरूरत है कि हमारी राह क्या है। इसके लिए उसको ट्रेनिंग देने की भी जरूरत है।
भारतीय युवा कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस और पार्टी के सोशल मीडिया डिपार्टमेंट ने एक रिजोल्यूशन पास कर राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की बात कही है। माना जा रहा है कि इस बैठक में इसकी आवाज भी उठ सकती है। इससे पहले हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़ के सीएम ने राहुल गांधी से अपील की थी कि वो पार्टी के अध्यक्ष पद को ग्रहण करें। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला का कहना है कि राहुल गांधी ने इस बात का विश्वास दिलाया है कि उनकी इस मांग पर विचार किया जाएगा। हालांकि इस बारे में इस बैठक में कोई बात हुई इस बारे में फिलहाल कुछ पता नहीं चला है।
बता दें कि वर्तमान समय में कांग्रेस की सरकार केवल पंजाब में ही है। कांग्रेस इस बार यूपी और पंजाब में अपनी पूरी ताकत लगा देना चाहती है। पंजाब में बदले राजनीतिक हालात कांग्रेस के लिए अच्छे दिखाई नहीं दे रहे हैं। ऐसे में उसके सामने यहां पर अपनी सरकार को बचाकर रखने की बड़ी चुनौती भी है। इसके अलावा कांग्रेस की निगाह उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर भी है। यहां की राजनीति में काफी समय से प्रियंका गांधी काफी सक्रिय दिखाई दे रही हैं। यही वजह है कि वो आने वाले दिनों में यूपी के गोरखपुर से प्रतिज्ञा रैली करने वाली हैं।