झज्जर रोड पर बाईपास के फ्लाईओवर के नीचे ऑटो की प्रतीक्षा कर रही आंदोलन में आई सात महिला किसानों को तेज रफ्तार डंपर ने रौंद दिया। इनमें से तीन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो महिला किसान गंभीर हो गई। उसके एक पैर में फ्रैक्चर हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घायल को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल के शव गृह में भेज दिया है।
घटना के बाद चालक डंपर को छोड़कर फरार हो गया। मगर बाद में इसे पकड़ लिया गया। वहीं घटना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया है। वहीं अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि हादसा बेहद दुखद है। दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रभु से प्रार्थना करता हूं। केंद्र सरकार अगर अपनी ज़िद छोड़कर किसानों की मांगें मान ले तो हमारे किसान परिवारों को यूं सड़कों पर बैठने की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी। ऐसे दुखद हादसे होंगे ही नहीं।
वीरवार सुबह करीब 6:15 बजे किसान आंदोलन से करीब सात महिलाएं और एक पुरुष पंजाब जाने के लिए निकले थे। ये सभी झज्जर रोड फ्लाईओवर के पास रहती थी और अपनी 10 दिन बार्डर पर रहने की बारी खत्म कर पंजाब जाने के लिए ऑटो का इंतजार कर रही थी। तभी झज्जर की तरफ से आ रहे डंपर नंबर एचआर 55 N-2287 ने टक्कर मार दी। इनमें सुखविंदर कौर उम्र 60 साल पत्नी भान सिंह, अमरजीत कौर उम्र 58 वर्ष पत्नी हरजीत सिंह, गुरमेल कौर उम्र करीब 60 वर्ष पत्नी भोला सिंह की मौत हो गई। दो महिलाओं की मौत मौके पर हो गई तो एक ने अस्पताल में जाकर दम तोड़ दिया। दो महिलाएं घायल हैं। इनमें एक की हालत ज्यादा गंभीर बनी हुई है।
हादसे में घायल हुई महिलाओं काे सामान्य अस्पताल बहादुरगढ़ से पीजीआईएमएस रोहतक रेफर किया गया है। पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी है। मृतक महिलाएं उगराहा ग्रुप की सदस्य थी। डिवाइडर पर बैठी महिलाओं पर ट्रक कैसे चढ़ गया यह बात आंदोलनकारियों को हजम नहीं हो रही है। वे इसे साजिश बता रहे हैं।
राहुल गांधी ने किया ट्वीट
राहुल गांधी ने बहादुरगढ़ में हुए हादसे को लेकर ट्वीट किया है और इसे हादसा न मान दूसरे शब्दों में अपनी लिखी है। राहुल गांधी के ट्वीट के बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया। ट्वीट में राहुल गांधी ने नीचे घटना का हवाला देते हुए एक पोस्ट भी अटैच की है।
बता दें कि हाल में ही झज्जर में एक और दहला देने वाला हादसा हुआ था। जिसमें एक ही कार में सवार होकर जा रहे एक परिवार के 11 लोगों को ट्रक ने रौंद दिया था। इस हादसे में आठ लोगों की मौत हो गई थी और कार के चालक समेत एक महिला और उसकी बेटी की जान बची है। वहीं इस हादसे को देखने के लिए एक अन्य कार चालक ने जब स्पीड धीरे की तो पीछे से आ रहे ट्रक ने उसे भी टक्कर मार दी थी इसमें इस कार के चालक की मौत हो गई थी और छह लोग घायल हो गए थे। ऐसे में इस हादसे में कुल नौ लोगों की मौत हो गई थी। अब करीब एक सप्ताह बाद ही यह हादसा सामने आया है।
पोस्टमार्टम नहीं करवाने पर अड़े आंदोलनकारी
आंदोलनकारी मृतक महिलाओं के शवों का पोस्टमार्टम नहीं करवाने पर अड़ गए हैं। पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश में लगी हुई है। आंदोलनकारियों का कहना है कि एक साजिश के तहत महिला किसानों का रौंदा गया है। इस मामले की जांच होनी चाहिए। वहीं पुलिस इसे हादसा ही मान रही है। पुलिस किसी तरह का तनाव न बने इस प्रयास में जुटी हुई है। भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहा की ओर से मृतक महिलाओं के परिवार को 10-10 लाख रुपये, परिवार का सारा कर्ज माफी और परिवार के एक एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।
किसानों ने किया रोड जाम, चालक गिरफ्तार
नया गांव चौक पर किसानों ने मामले की जांच को लेकर जाम लगा दिया है। महिला किसानों को ट्रक से रौंदने वाला ट्रक चालक गिरफ्तार हो गया है। ट्रक के मालिक महाबीर खुद चालक को लेकर थाने पहुंचे। ट्रक मालिक बोले उनका किसी राजनीतिक पार्टी से कोई सम्बन्ध नहीं है। चालक मंगल डेढ़ महीने से रोजाना एक चक्कर इसी रास्ते से लगाता है। चालक चरखी दादरी से डस्ट लेकर दिल्ली के कंझावला जा रहा था। ट्रक मालिक बोले इससे पहले चालक से कोई हादसा नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि झज्जर और बहादुरगढ़ में भारी वाहनों का आवागमन ज्यादा रहता है। यहीं से कुंडली मानेसर पलवल हाईवे भी गुजरता है। इस क्षेत्र में हादसे होते रहते हैं। मगर कई बार हादसे इतने खतरनाक होते हैं कि दिल दहला देते हैं। हाल में ही हुए एक ही परिवार के आठ लोगों की मौत की घटना का जिक्र खत्म भी नहीं हुआ था कि ये नया हादसा हो गया।