हिन्दी पंचांग के अनुसार, आज कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। आज 03 नवंबर 2021 और दिन बुधवार है। आज सुबह नौ बजे के बाद से चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होगी। ऐसे में आज नरक चतुर्दशी है। आज के दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर राक्षस का वध किया था, इसलिए इसे नरक चतुर्दशी कहते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नरक चतुर्दशी को कूड़े के ढेर पर दीपक जलाते हैं, ताकि मृत्यु के बाद नरक की यातनाओं से मुक्ति मिले। आज हनुमान जयंती भी है। हनुमान जी के जन्म को लेकर दो तिथियां हैं, पहली आज कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी और दूसरी चैत्र पूर्णिमा की। आज के दिन आप वीर हनुमान की भी पूजा करें। आज छोटी दिवाली है।
आज के दिन शाम के समय में यमराज के लिए एक दीपक जलाते हैं, जिसे यम दीपम कहते हैं। ऐसा करने से अकाल मृत्यु नहीं आती है। आज के दिन विशेष कर बंगाल में रात्रि के समय मां काली की पूजा करते हैं, इसलिए इस दिन को काली चौदस कहा जाता है। आज के पंचांग में शुभ मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
दिन: बुधवार, कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष, त्रयोदशी तिथि।
आज का दिशाशूल: उत्तर।
आज का राहुकाल: दोपहर 12:00 बजे से 01:30 बजे तक।
आज की भद्रा: प्रात: 09:03 बजे से शाम 07:34 बजे तक।
विशेष: चतुर्दशी तिथि क्षय।
आज का पर्व एवं त्योहार: नरक चतुर्दशी, श्री हनुमान जयंती, काली चौदस, यम दीपम।
विक्रम संवत 2078 शके 1943 दक्षिणायन, दक्षिणगोल, शरद ऋतु कार्तिक मास कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी 09 घंटे 03 मिनट तक, तत्पश्चात् चतुर्दशी हस्त नक्षत्र 09 घंटे 58 मिनट तक, तत्पश्चात् चित्रा नक्षत्र विषकुंभ योग 14 घंटे 53 मिनट तक, तत्पश्चात् प्रीति योग कन्या में चंद्रमा 20 घंटे 54 मिनट तक तत्पश्चात् तुला में।
आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 06 बजकर 34 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 05 बजकर 34 मिनट पर होगा।
चंद्रोदय और चंद्रास्त
चंद्रोदय कल प्रात: 05 बजकर 40 मिनट पर होना है। चंद्र के अस्त का समय उसी दिन शाम 04 बजकर 43 मिनट पर है।
आज का शुभ समय
अभिजित मुहूर्त: आज ऐसा कोई मुहूर्त प्राप्त न
सर्वार्थ सिद्धि योग: आज प्रात: 06 बजकर 34 मिनट से सुबह 09 बजकर 58 मिनट तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 54 मिनट से दोपहर 02 बजकर 38 मिनट तक।
अमृत काल: आज देर रात 01 बजकर 55 मिनट से अगले दिन तड़के 03 बजकर 22 मिनट तक।
आज छोटी दिवाली है। आज के दिन आप घर के बाहर एक दीपक जलाएं। यह दीपक मृत्यु के देवता यमराज को दान करते हैं। आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।