राजस्थान सरकार ने कोरोना वायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के पाठ्यक्रम को कम करने का निर्णय लिया है। राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए पाठ्यक्रम में 48 प्रतिशत की कटौती की गई है और इसे 52 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। इस संबंध में राज्य के शिक्षा विभाग ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट करके जानकारी साझा की है।
शिक्षा विभाग ने अपने ट्वीट में लिखा है कि शैक्षिक सत्र 2020-21 में वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण विद्यार्थियों में सीखने और सिखाने की प्रक्रिया की निरंतरता को बनाए रखने और अगली कक्षा में बढ़ावा देने के लिए शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। विभाग ने कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम को कम करते हुए 52 प्रतिशत निर्धारित किया है। बता दें कि इस संबंध में राज्य के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र निर्गत किया जा चुका है। हालांकि, कक्षा 6 और इससे ऊपर की कक्षा के सिलेबस में कटौती के बारे में कोई अपडेट नहीं है।
बता दें कि हाल ही में राजस्थान सरकार ने फैसला किया है कि राज्य में महामारी के बढ़ते मामलों के कारण 31 दिसंबर तक स्कूल बंद रहेंगे। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में राज्य में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के बाद स्कूलों को फिर से खोलने पर निर्णय लिया जाएगा। इससे पूर्व, राजस्थान सरकार ने राज्य में स्कूलों, कॉलेजों सहित सभी शिक्षण संस्थानों को 30 नवंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया था। इस संबंध में राज्य के गृह विभाग की ओर से आदेश जारी किया गया था। बता दें कि राजस्थान सरकार ने अब राज्य में सैनिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों की छात्रवृत्ति राशि और वार्षिक पारिवारिक आय सीमा बढ़ाने का फैसला किया है। राज्य सरकार चित्तौड़गढ़ और झुंझनू में सैनिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को 10,000-25,000 रुपये के बजाय 15,000-37,500 रुपये प्रदान करेगी।