रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज भारत दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच शिखर वार्ता होगी। दोनों देशों के बीच रक्षा, व्यापार और तकनीक के अहम क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने को लेकर कई समझौते होंगे। शिखर वार्ता के साथ ही भारत-रूस के बीच पहली रक्षा और विदेश मंत्री स्तरीय वार्ता होगी। पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच शाम साढ़े पांच बजे शिखर वार्ता शुरू होगी। इसके बाद पुतिन रात साढ़े नौ बजे दिल्ली से वापस उड़ान भरेंगे।
– रक्षा सहयोग भारत-रूस के बीच साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। मुझे उम्मीद है कि यह साझेदारी सभी जगह शांति लेकर आएगी और एक स्थिरता प्रदान करेगी। : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
– भारत और रूस के संबंध बहुपक्षवाद, वैश्विक शांति, समृद्धि और आपसी समझ और विश्वास में एक सामान्य हित के आधार पर समय-समय परीक्षण किए गए हैं: रूसी रक्षा मंत्री जनरल सर्गी शोइगु
– रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज अपने रूसी समकक्ष सर्गी शोइगु से दिल्ली में मुलाकात की।
– रूस-भारत संबंधों की प्रकृति के बारे में आपने जो कहा उसकी मैं फिर से पुष्टि करना चाहता हूं। हम आज टू प्लस टू की बैठक का इंतजार कर रहे हैं। इस दौरान हस्ताक्षर के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेजों का मसौदा तैयार किया गया है। : रूसी विदेश मंत्री सर्गी लेवरोव
-हमारे लिए वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन एक अनूठा आयोजन है। पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच विश्वास का रिश्ता है। हम शिखर सम्मेलन से कुछ बहुत महत्वपूर्ण परिणामों की आशा कर रहे हैं: डा. एस जयशंकर
– भारत और रूस के बीच साझेदारी खास और अनोखी है। मुझे विश्वास है कि आज की हमारी चर्चा बहुत फलदायी होगी। वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन आज दो साल के अंतराल के बाद हो रहा है: विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर
– भारत और रूस के बीच पहली टू प्लस टू वार्ता होनी है, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर और उनके रूसी समकक्ष सर्गी लेवरोव शामिल होंगे। लेवरोव रविवार को ही दिल्ली पहुंच चुके हैं। आज सुबह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने रूसी समकक्ष जनरल सर्गेई शोइगु का सुषमा स्वराज भवन में स्वागत किया। बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत के दौरे पर आ रहे हैं। व्लादिमीर पुतिन के इस दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच दस समझौतों पर अंतिम मुहर लगनी है।
– पुतिन की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच एके 203 राइफलों के भारत में निर्माण समेत पांच अहम क्षेत्रों में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इसमें ऊर्जा समेत समुद्री परिवहन को सुगम बनाने संबंधी क्षेत्र शामिल हैं। राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री मोदी की दो साल बाद आमने-सामने की यह पहली मुलाकात होगी। इससे पहले नवंबर 2019 में ब्राजील की राजधानी ब्राजीलिया में ब्रिक्स सम्मेलन के इतर दोनों की व्यक्तिगत मुलाकात हुई थी।