अफगानिस्तान के काबुल से हिंदू और सिख समुदायों के अफगान नागरिकों सहित लगभग 110 लोगों को लेकर चला एक विशेष विमान शुक्रवार को यहां पहुंचने वाला है। भारत सरकार द्वारा चार्टर्ड उड़ान काबुल से संचालित की जा रही है और दोपहर के आसपास यहां पहुंचने की संभावना है।
इंडिया वर्ल्ड फोरम के एक बयान के अनुसार, फ्लाइट वहां फंसे भारतीय नागरिकों और हिंदू और सिख समुदाय के व्यथित अफगान नागरिकों को भारतीय नागरिकों के जीवनसाथी के साथ वापस ला रही है।
अफगानिस्तान में ऐतिहासिक गुरुद्वारों से तीन श्री गुरु ग्रंथ साहिब और प्राचीन 5 वीं शताब्दी के असमाई मंदिर, काबुल से रामायण, महाभारत और भगवद गीता सहित हिंदू धार्मिक ग्रंथों को भी भारत लाया जा रहा है।
इंडिया वर्ल्ड फोरम ने कहा कि उनके आने के बाद अफगान नागरिकों का सोबती फाउंडेशन द्वारा पुनर्वास किया जाएगा। बयान में कहा गया, ‘यह उल्लेख करना उचित है कि गुरुद्वारा गुरु हर राय (शोर बाजार, काबुल) में आतंकवादी हमले के दौरान मारे गए स्थानीय सुरक्षा गार्ड महरम अली के परिवार को भी सुविधा दी जा रही है और एयरलिफ्ट किया जा रहा है और उन्हें सोबती फाउंडेशन द्वारा पुनर्वास किया जाएगा।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब गुरुद्वारा गुरु अर्जन देव जी, महावीर नगर की ओर और हिंदू धर्मग्रंथ फरीदाबाद के असमाई मंदिर की ओर बढ़ेंगे।
काबुल में तालिबान लड़ाकों का राज होने के बाद भारत ने अफगानिस्तान से 565 फंसे हुए लोगों को निकाला है। यह सरकार ने पिछले सप्ताह लोकसभा में कहा था। कांग्रेस सांसद हिबी ईडन के एक सवाल का जवाब देते हुए विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन ने कहा कि विदेश मंत्रालय के अधिकारी पीछे छूटे भारतीयों के संपर्क में हैं। हालांकि, बयान में यह विस्तार से नहीं बताया गया कि क्या एयरलिफ्ट किए गए व्यक्तियों में कुछ अफगान भी शामिल हैं।