डिजिटल तरीके से बिजली बिलों का भुगतान करने वाली पंचायत को मिलेंगे दो लाख, हरियाणा सरकार का फैसला

हरियाणा सरकार ने बिजली बिलों का डिजिटल तरीके से भुगतान करने पर उपभोक्ताओं को प्रोत्साहन राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है। डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने यह फैसला किया है। यदि किसी ग्राम पंचायत के 90 प्रतिशत लोग अपने बिजली बिलों का भुगतान डिजिटल माध्यम से करते हैं तो ऐसी पंचायतों को दो लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी, जिसे गांव के विकास पर खर्च किया जा सकेगा।

हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला के इस प्रस्ताव को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंजूरी प्रदान कर दी है। बिजली कंपनियों के प्रबंध निदेशक पीसी मीणा के अनुसार हरियाणा की आत्मा गांवों में बसती है और गांवों के विकास के बिना देश व प्रदेश का विकास संभव नहीं है। हरियाणा सरकार द्वारा प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को शहरी तर्ज पर सभी सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में डिजिटल मोड के जरिये पेमेंट की व्यवस्था की गई है, ताकि लोग अपने घर बैठे ही बिलों का भुगतान कर सकें। फिलहाल यह योजना उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकार क्षेत्र में आने वाले जिलों में लागू की गई है।

उपभोक्ता बिजली बिलों का डिजिटल भुगतान अपने डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, मोबाइल वैलेट एप्लीकेशन जैसे पेटीएम और अमेजन के माध्यम से कर सकते हैं। पीसी मीणा ने बताया कि ग्रामीण उपभोक्ताओं द्वारा पहली बार बिजली बिलों का डिजिटल भुगतान करने पर 20 रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए जाएंगे। इसके पश्चात 2000 रुपये तक के बिजली बिल के डिजिटल भुगतान करने पर बिल राशि का 0.5 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि (अधिकतम 10 रुपये तक) दी जाएगी। इसके अतिरिक्त उपभोक्ता द्वारा लगातार छह बिलों का डिजिटल भुगतान करने पर 50 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

90 प्रतिशत से अधिक बिजली बिल भुगतान वाले और उनमें से 90 प्रतिशत से अधिक बिल भुगतान डिजिटल माध्यम से करने वाले गांव को दो लाख रुपये मिलेंगे। उदाहरण के लिए यदि गांव में कुल 100 बिजली उपभोक्ता हैं तो उनमें से 90 उपभोक्ता बिजली बिल का भुगतान करते हैं। इन 90 उपभोक्ताओं में भी 81 उपभोक्ता अपना बिल डिजिटल माध्यम से भरते हैं तो ऐसे गांवों की पंचायतों को बिजली निगम द्वारा दो लाख रुपये की राशि देकर सम्मानित किया जाएगा।

पीसी मीणा ने बताया कि प्रत्येक सब डिविजन से त्रिमासिक आधार (तीन महीने के अंतराल पर) पर डिजिटल भुगतान करने वाले पांच उपभोक्ताओं को चुना जाएगा और प्रत्येक उपभोक्ता को 2100 रुपये की राशि से सम्मानित किया जाएगा। उपभोक्ताओं का चयन उपमंडल अधिकारी (एसडीओ) की उपस्थिति में गांव के स्कूल, चौपाल, पंचायत घर या किसी सार्वजनिक स्थल पर लाटरी प्रणाली द्वारा किया जाएगा। चयनित उपभोक्ता को निगम के प्रबंध निदेशक द्वारा जारी प्रशस्ति-पत्र सम्मान स्वरूप दिया जाएगा।