दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली में ही ओमिक्रोन के मामलों की संख्या 50 के पार हो गई है। इस बीच कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने दिल्ली समेत कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट किया है। केंद्र सरकार ने कहा कि ‘वार रूम’ सक्रिय कर लें और नाइट कर्फ्यू लगाने जैसे कदम उठाने पर भी विचार करें। ऐसे में माना जा रहा है कि दिल्ली में भी नाइट कर्फ्यू लगाने पर आम आदमी पार्टी सरकार विचार कर सकती है।
भीड़भाड़ वाले आयोजनों पर पूर्ण रोक
वहीं, कोरोना के बढ़ रहे मामले और नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर दिल्ली सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। सरकार ने संबंधित विभागों के प्रमुखों को अलर्ट किया गया है। मुख्य सचिव विजय देव ने सभी डीएम को कहा है कि कोरोना के मामले बढ़ने पर अविलंब सुविधाएं बढ़ाई जाएं, वहीं भीड़भाड़ वाले आयोजनों पर पूर्ण रोक लगाया जाए।
फिलहाल है ये सख्ती
- मास्क न लगाने पर 2000 रुपये चालान
- कार में मास्क नहीं लगाने पर भी 2000 रुपये चालान
- शारीरिक दूरी का पालन न करने पर भी 2000 रुपये फाइन
- दिल्ली मेट्रो में मास्क न लगाया तो होता है 200 रुपये का चालन
दिल्ली सरकार ने कहा है कि कोरोना के बढ़ते मामलों और ओमिक्रोन से निपटने के लिए की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है जिसमें वर्तमान समय में कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं पर चर्चा होगी। बैठक में अहम फैसले लिए जा सकते हैं, पर इससे पहले सरकार अलर्ट मोड में आ चुकी है। सरकार ने कोरोना बचाव के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती बरतने के लिए कहा है। मास्क न पहनने व शारीरिक दूरी का पालन न करने वालों पर जल्द चालान काटने की कार्रवाई शुरू होगी।
इससे पहले सोमवार को हुई डीडीएमए की बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल द्वारा दिए गए निर्देश का सख्ती से पालन कराने के बारे में मुख्य सचिव ने सभी डीएम और पुलिस उपायुक्तों से कहा है। सरकार ने कहा गया है कि लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाए। हेल्पलाइन नंबर 1076 को फिर से पूरी तरह कोरोना मरीजों के लिए समर्पित करने की तैयारी चल रही है। अस्पतालों से कोविड बेड और आक्सीजन की तैयारी के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है। जिन अस्पतालों में काम चल रहा है या जो अस्पताल तैयार हैं, उनके बारे में जानकारी के अलावा उनमें डाली ला रही आक्सीजन पाइप लाइन के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने के लिए लोक निर्माण विभाग से कहा गया है।
होम आइसोलेशन में मरीजों के इलाज में काल सेंटर की लेंगे मदद
कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के इलाज में काल सेंटर संचालक की सेवा लेने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की है। 30 दिसंबर तक निजी एजेंसियां आवेदन दे सकती हैं। काल सेंटर की सेवा तीन माह के लिए ली जाएगी। इस दौरान कोरोना के प्रतिदिन औसतन 1200 नए मामले आने पर दो तिहाई मरीज होम आइसोलेशन में रहने का अनुमान है। इनकी देखरेख और इलाज में तीन माह में करीब ढाई करोड़ खर्च आ सकता है।