हरियाणा में अस्थाई स्कूलों को एक्सटेंशन नहीं मिलने से 80 हजार बच्चे दसवीं-बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। इन बच्चों के फार्म अभी तक नहीं भरे जा सके हैं जिससे इनके भविष्य पर संकट मंडरा रहा है। हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ ने मामले में मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए कहा कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए इन स्कूलों को एक वर्ष की एक्सटेंशन तुरंत दी जाए, ताकि बच्चे बोर्ड परीक्षा के फार्म भर सकें।
संघ के प्रदेश सत्यवान कुंडू ने कहा कि प्रदेश के 1338 अस्थाई स्कूलों में पहली से 12वीं तक छह लाख बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इनमें अकेले 10वीं व 12वीं के लगभग 80 हजार बच्चे हैं जिनके अभी तक बोर्ड फार्म नहीं भरे गए हैं। इसके उलट सभी सरकारी व स्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों के बोर्ड फार्म भरे जा चुके हैं। एक्सटेंशन लेटर जारी न होने से 1338 अस्थाई स्कूलों को बोर्ड से संबंद्धता नहीं मिल पाई है। इस कारण इनकी पोर्टल आइडी बंद है। एक्सटेंशन लेटर मिलने के बाद ही यह स्कूल बोर्ड संबंद्धता फार्म भरकर बच्चों के आनलाइन फार्म जमा कर सकते हैं।
हरियाणा में 12 जनवरी तक स्कूल-कालेज बंद कर दिए गए हैं। कालेज टीचर्स एसोसिएशन (सीटीए) और हरियाणा कालेज नान टीचिंग यूनियन ने मांग की है कि कालेज प्राध्यापकों को घर से ही आनलाइन कक्षाएं लगाने की छूट दी जाए। सीटीए के प्रधान डा. राजबीर सिंह ने कहा कि सारे स्टाफ को संस्थानों में आकर आनलाइन कक्षाएं लेने का आदेश गलत है क्योंकि इससे उनके कोरोना संक्रमित होने का खतरा रहेगा। पिछली बार की तरह पूरे स्टाफ को घर से काम करने की इजाजत दी जाए।