सेवा, सुरक्षा एवं सहयोग के अपने दावे पर भले ही हर समय खरा उतरने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास करती है, लेकिन पुलिस विभाग विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना कर रहा है। इसमें बड़ी चुनौती मैन पावर की कमी भी मानी जा रही है। जिला में सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर स्तर के बड़े स्तर पर पद आज भी रिक्त है, जिसके चलते विभिन्न मामले थानों में लंबित पड़े रहते हैं तो वहीं पीड़ितों को भी समय पर न्याय नहीं मिल पा रहा। यहीं नहीं कार्यरत कर्मियों पर वर्कलोड भी बढ़ रहा है तो वहीं ऐसे हालात में वे तनावपूर्ण माहौल में भी रहने को मजबूर है। यहां तक कि अनेकों बार छुट्टियों पर भी कैंची चल जाती है। हालांकि अपने इन हालातों को लेकर पुलिसकर्मी बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन हालात बदलने की हर समय उम्मीद बनाए रखते हैं। बता दें कि जिला में सबसे अधिक कमी सिपाही स्तर की है, जिसके आधे से अधिक पद रिक्त पड़े हैं।
कहीं वीआइपी ड्यूटी तो कहीं कोर्ट केस
जहां बड़े स्तर पर पद अभी भी रिक्त है वहीं तैनात कर्मियों में से भी कहीं वीआइपी ड्यूटी तो कहीं कोर्ट कचहरी के केस में पुलिसकर्मी व्यस्त रहते हैं। यहीं नहीं लगातार बढ़ता अपराध भी पुलिस के लिए चुनौती बन रहा है। जानकारों की मानें तो अधिकर पुलिस वीआइपी ड्यूटी व कोर्ट केस से संबंधित कार्यो में ही व्यस्त रहती है जबकि फरियादी थानों के चक्कर लगाने को मजबूर रहते हैं। गश्त पर भी मैन पावर कम होने का असर पड़ता है, जिसका फायदा अपराधिक लोग उठा लेते हैं।
पद———– तैनाती———-रिक्तियां
इंस्पेक्टर—- 26—————–4
सब इंस्पेक्टर–92—————-63
सहायक सब इंस्पेक्टर– 178—–68
मुख्य सिपाही——306———–55
सिपाही——— 1072———– 592
विभाग व सरकार को कराया गया है अवगत : एसपी
एसपी गंगा राम पूनिया का कहना है कि रिक्त पदों को लेकर उच्चाधिकारियों व सरकार को अवगत कराया हुआ है। जितनी भी फोर्स है उसके जरिए बेहतर कार्य किए जाने के हर संभव प्रयास किए जाते हैं।