UP Election: कांग्रेस ने दिया टिकट, पर चुनाव नहीं लड़ेंगी अमर दुबे की सास, साली ने खरीदा नामांकन फार्म

यूपी विधानसभा चुनाव में तीसरे चरण के नामांकन की अंतिम तिथि नजदीक आ चुकी है लेकिन कल्याणपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशी को लेकर असमंजस अभी खत्म नहीं हुआ है। कांग्रेस ने बिकरू कांड के आरोपित अमर दुबे की सास गायत्री तिवारी को टिकट दिया है लेकिन उनका नाम मतदाता सूची में नहीं होने से फिर पेंच फंस गया है। अब नामांकन उनकी बेटी नेहा का कराने की तैयारी की जा रही है। नेहा के नाम पर नामांकन फार्म भी लिया गया। कांग्रेस के जानकारों की मानें तो नेहा के नाम पर सिंबल आ जाएगा और मंगलवार को वह पर्चा भरेंगी।

कौन हैं गायत्री तिवारी : बताते चलें कि बिकरू कांड में कुख्यात विकास दुबे के खास गुर्गे व भतीजे अमर दुबे को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। घटना के दो दिन पहले उसकी शादी हुई थी और पुलिस ने उसकी पत्नी को भी साजिश का आरोपित बनाकर गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जांच के दौरान पीड़ित परिवार ने न्याय की गुहार लगाई थी लेकिन किसी ने नहीं सुनी थी। बसपा नेताओं ने अपनी चुनावी सभाओं दो दिन की नव विवाहिता को जेल में डालने को लेकर मुद्​दा भी उठाया था। इसके बाद पीड़ित परिवार से सपा ने भी संपर्क किया था लेकिन कांग्रेस नेताओं ने पीड़िता की मां गायत्री तिवारी की मुलाकात प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रियंका वाड्रा से कराई थी और कल्याणपुर सीट से टिकट का आश्वासन मिला था। अब कांग्रेस ने कल्याणपुर सीट से बिकरू कांड के आरोपित अमर की सास गायत्री तिवारी को टिकट दिया है।

कहां फंसा पेंच : कांग्रेस आलाकमान ने नामांकन अवधि समाप्त होने के ठीक एक दिन पहले गायत्री तिवारी के नाम की घोषणा तो कर दी, लेकिन मतदाता सूची में न होने से उनका नामांकन नहीं हो सकेगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी से आए पदाधिकारियों ने उनका नाम जुड़वाने का प्रयास भी किया था, लेकिन वह संभव नहीं हो सका। ऐसे में अब उनकी बेटी नेहा तिवारी को चुनाव के लिए तैयार किया गया है।

बेटी के नामांकन की तैयारी : कल्याणपुर के रतनपुर निवासी नेहा के नामांकन की तैयारी की जा रही है। सोमवार को उनके नाम पर नामांकन फार्म भी ले लिया गया। मंगलवार को वह नामांकन दाखिल करेंगी। अधिवक्ताओं ने इसकी तैयारी कर ली है। कांग्रेस के अंदरखाने चल रही इस कवायद की जानकारी पदाधिकारियों को भी नहीं है। बता दें कि गायत्री तिवारी को टिकट दिए जाने की चर्चा से कांग्रेस का एक धड़ा नाराज है और लखनऊ जाकर प्रदेश अध्यक्ष से नाराजगी जता चुका है। इसे देखते हुए कांग्रेस के पदाधिकारी इस पर कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं।