दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र की दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है। उत्तरी नगर निगम में 2500 करोड़ की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए सत्ता पक्ष ने किया जोरदार हंगामा। आम आदमी पार्टी के विधायकों ने नगर निगम के दोषी नेताओं और अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंच गए। सदन में आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा शासित तीनों नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा बन गए हैं। भाजपा ने पहले पार्षदों को यह कह कर हटाया था, उन्हें टिकट नही दी थी, कि वे लोग गलत कार्यों में संलिप्त हैं। नए लोगों को टिकट मिलने के बाद भाजपा के जो नए पार्षद चुन कर आए हैं वे भ्रष्टाचार में पहले वालों से भी आगे निकल गए हैं। अभी दो सप्ताह पहले भाजपा के वसंतकुंज से पार्षद रंगे हाथों रिश्वत लेते पकड़े गए हैं। उन्हें सीबीआइ ने पकड़ा है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा के तीनों महापौर फर्जी मांग को लेकर मुख्यमंत्री के आवास पर धरने पर बैठे हैं। हम पूछते हैं कि आप कौन से 13000 करोड़ मांग रहे हैं तो वे बता नही पा रहे हैं। कह रहे हैं कि 13000 करोड़ दे दो, उन्होंने कहा कि ये तो बताएं कि ये कौन से दिल्ली सरकार पर बकाया हैं। उन्होंने कहा के हम उत्तरी नगर निगम पर जिस 2500 करोड़ का घोटाले का आरोप लगा रहे हैं। वह घोटाला सभी के सामने है। एकाएक 2500 करोड़ का हेर फेर कर दिया गया। अधिकारी और नगर निगम के नेता बता नही पा रहे हैं कि यह पैसा कहां गया है।
बता दें कि केंद्र के तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने का संकल्प बृहस्पतिवार को दिल्ली विधानसभा में चर्चा के बाद पास हो गया। सदन में मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल ने तीनों कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ कर अपना विरोध जताया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अभी और कितने किसानों की जान लेगी।