चंद्रावल में स्थित जल बोर्ड के दोनों जल शोधन संयंत्रों को आपस में पानी की पाइप लाइन से जोड़ा जा रहा है। इस काम के लिए शुक्रवार को चंद्रावल में स्थित दोनों जल शोधन संयंत्र बंद रहेंगे। इस वजह से शुक्रवार को पानी आपूर्ति प्रभावित रहेगी। दिल्ली जल बोर्ड के अनुसार सिविल लाइन, हिंदूराव अस्पताल के आसपास के इलाकों, कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़गंज, ओल्ड राजेंद्र नगर, न्यू राजेंद्र नगर, पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के इलाकों, दिल्ली कैंट व दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में कम दबाव पर पानी आपूर्ति होगी। दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, पेयजल की समस्या होने पर लोग जल बोर्ड के काल सेंटर में 1916 पर काल करके पानी का टैंकर मंगा सकते हैं।
यहां पर बता दें कि पुरानी दिल्ली सहित आसपास के लोगों के लिए पेयजल की कमी की दिक्कत दूर करने के लिए चंद्रावल के नए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (डब्ल्यूटीपी-2) का निर्माण जारी है। इस प्लांट की क्षमता रोजाना 47.7 करोड़ लीटर होगी। इस नए प्लांट से तकरीबन 22 लाख लोगों को फायदा मिलने की बात कही गई है। 599 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे इस नए प्लांट का निर्माण इस साल पूरा होने के आसार हैं।
नए प्लांट इन इलाके के लोगों को होगा फायाद
- चांदनी चौक
- ईदगाह
- सिविल लाइंस
- करोल बाग
- पहाड़ी धीरज
- कमला नगर
- नारायणा
- मलकागंज
- राजिन्दर नगर
- पटेल नगर
- शादीपुर
इन इलाकों के अलावा, उत्तरी और पूर्वी दिल्ली सहित दिल्ली कैंट और एनडीएमसी क्षेत्र में रहने वालों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। कुल मिलाकर 22 लाख लोगों को फादा मिलेगा। दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों का दावा है कि इस प्लांट से पानी की होने वाली आपूर्ति की गुणवत्ता बेहतर होगी। यहां से फिलहाल दिल्ली में रोजाना करीब 900 एमजीडी पानी की आपूर्ति की जा रही है जबकि जरूरत 1100 एमजीडी से अधिक है। बता दें कि गर्मी, सर्दी और बारिश तीनों ही मौसम में यमुना के पानी में अमोनिया की मात्रा बढ़ने से दिल्ली-एनसीआर के लोगों को पानी की किल्लत होती है।