ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मोती को चंद्रमा का कारक माना जाता है। कुंडली में चंद्रमा की मजबूत स्थिति जातक के मन को कंट्रोल करने के साथ सोचने की शक्ति को प्रबल करती है। ऐसे में जब जातक का मन अधिक चंचल होने के साथ वह गुस्सैल प्रवृत्ति का हो जाता है तो ज्योतिष मोती धारण करने की सलाह देते हैं। वहीं दूसरी ओर अगर कुंडली के हिसाब से गलत जातक इसे धारण कर लेते हैं तो कई परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। जानिए रत्न शास्त्र के अनुसार किन लोगों को मोती रत्न धारण नहीं करना चाहिए।
वृष राशि
इस राशि का स्वामी शुक्र ग्रह होता है। इसलिए इस राशि के जातकों को मोती नहीं धारण करना चाहिए। इस राशि के जातक अगर मोती धारण करते हैं तो उन्हें आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है।
मिथुन राशि
इस राशि का स्वामी बुध होता है। इसलिए इस राशि के जातकों को भी मोती नहीं धारण नहीं करना चाहिए। इसे धारण करने से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। इसके साथ ही आप अपने लक्ष्य से भी भटक सकते हैं।
सिंह राशि
सिंह राशि के स्वामी सूर्य है। इस राशि के जातकों की कुंडली में चंद्रमा बारहवें स्थान का स्वामी होता है। ऐसे में मोती इस राशियों के हानिकारक साबित हो सकती है। इसे धारण करने से धन हानि के साथ वैवाहिक संबंध पर बुरा असर पड़ता है।
धनु राशि
इस राशि का स्वामी बृहस्पति ग्रह है। इस राशि के जातकों की कुंडली में चंद्रमा आठवें घर का स्वामी होता है। ऐसे में इस राशि के जातकों को मोती रत्न धारण नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे जातकों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करने के साथ-साथ बिजनेस में नुकसान हो सकता है।
कुंभ राशि
शनि देव की स्वामित्व वाली इस राशि के लोगों को भी मोती रत्न धारण नहीं करना चाहिए। क्योंकि इस राशि के जातकों की कुंडली में चंद्रमा छठे भाव में होता है। ऐसे में जातक अगर मोती रत्न धारण करता है तो उसे सेहत पर बुरा असर पड़ने के साथ किसी दुर्घटना का सामना करना पड़ सकता है। इसके साथ ही शत्रु अधिक सक्रिय हो जाते हैं।
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