उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद रविवार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिन के दिल्ली के दौरे पर हैं। रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह व सहकारिता मंत्री अमित शाह तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तथा केन्द्र सरकार के अन्य मंत्रियों से भेंट करने का कार्यक्रम है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से सीएम योगी आदित्यनाथ की भेंट के बाद आज ही उत्तर प्रदेश में नई सरकार के शपथ ग्रहण की तारीख तथा मंत्रिमंडल के सदस्य भी तय हो सकते हैं।
नई दिल्ली के प्रवास पर दूसरे दिन सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से उनके आवास पर जाकर भेंट की। इस दौरान गडकरी ने उत्तर प्रदेश में भाजपा की सफलता पर सीएम योगी आदित्यनाथ को बधाई दी और पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत किया। इनके बीच करीब 45 मिनट तक वार्ता हुई। नितिन गडकरी से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना हो गए। राष्ट्रपति से शिष्टाचार भेंट करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान तथा अनुराग ठाकुर से भी भेंट करेंगे। प्रधान उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रभारी और ठाकुर सह प्रभारी थे।
इससे पहले सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई दिल्ली में गृह तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर जाकर भेंट की। इस दौरान अमित शाह ने पुष्प गुच्छ भेंट कर योगी आदित्यनाथ का स्वागत करने के साथ उनको बड़ी जीत की बधाई भी दी। अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश में भाजपा की इस प्रचंड जीत पर पुष्प गुच्छ भेंट कर दी बधाई।
योगी आदित्यनाथ के दिल्ली के दो दिन के दौरे में उनकी सरकार के शपथ की तारीख तय करने के साथ ही उसके मंत्रिमंडल के सदस्यों के नामों पर भी चर्चा हो रही है। माना जा रहा है कि इस बार मंत्रिमंडल में तीन डिप्टी सीएम हो सकते हैं। इसके साथ ही दो दर्जन से अधिक मंत्रियों को भी शपथ दिलाई जाएगी। इनमें भी एक दर्जन बिल्कुल नए चेहरे हो सकते हैं।
योगी आदित्यनाथ इन नेताओं से मिलकर प्रदेश में होने वाले नए मंत्रिमंडल को लेकर सलाह मशविरा करेंगे। उम्मीद है नए मंत्रिमंडल में नए चेहरों को मौका मिल सकता है जबकि चुनाव में कड़ी मेहनत करने वाले पार्टी पदाधिकारियों को भी मौका दिया जाएगा। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के चुनाव हारने के बाद अब उनको भी किसी बड़ी जगह पर लगाया जाएगा। इसके साथ ही हारने वाले अन्य मंत्रियों के बारे में भी दिल्ली में विचार होगा। इनमें से कई को विधान परिषद में भेजा जा सकता है जबकि खाली होने वाले नौ राज्यसभा सदस्यों के स्थान पर भी किसी हारे हुए मंत्री को जगह दी जाएगी।