राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के नए निदेशक की नियुक्ति के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण की अध्यक्षता में गठित चार सदस्यीय सर्च कमेटी की मंगलवार को बैठक होगी। इस कमेटी में केंद्र सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन, दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश सिंह व जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव भी शामिल हैं। यह कमेटी एम्स निदेशक पद के लिए आवेदन करने वाले 32 डाक्टरों की दावेदारी पर चर्चा करेगी।
यह संभावना जताई जा रही है कि बैठक में कमेटी आवेदन करने वाले डाक्टरों में से तीन-चार डाक्टरों का चयन कर निदेशक पद की नियुक्ति के लिए उनके नाम की सिफारिश केंद्र सरकार के पास भेजेगी। जिस पर नियुक्ति से संबंधित मंत्रिमंडल की समिति अंतिम फैसला करेगी। उम्मीद है कि इस सप्ताह एम्स के नए निदेशक के नाम की घोषणा हो जाएगी।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने एम्स के वर्तमान निदेशक डा. रणदीप गुलेरिया को मार्च 2017 में पांच साल के लिए निदेशक बनाया गया था। इस माह डा. रणदीप गुलेरिया का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। इसके मद्देनजर पिछले नवंबर के अंतिम सप्ताह में एम्स प्रशासन ने नए निदेशक की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की थी। इसके तहत विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के 32 डाक्टरों ने आवेदन किया है, जिसमें एम्स के 14 डाक्टर शामिल हैं।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के महानिदेशक डा. बलराम भार्गव, एम्स ट्रामा सेंटर के प्रमुख डा. राजेश मल्होत्रा, इंडोक्रिनोलाजी के विभागाध्यक्ष डा. निखिल टंडन, न्यूरोलोजी की विभागाध्यक्ष डा. एमवी पद्मा, फारें¨सक मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डा. सुधीर गुप्ता, कार्डियक सर्जरी के विभागाध्यक्ष डा. शिव कुमार चौधरी, कार्डियक सर्जरी के प्रोफेसर डा. एके बिसोई, जनरल सर्जरी के विभागाध्यक्ष डा. सुनील चुम्बर, ईएनटी (कान, नाक व गला) के विभागाध्यक्ष डा. आलोक ठक्कर, गैस्ट्रोलाजी के प्रोफेसर डा. प्रमोद गर्ग व त्वचा रोग विभाग के प्रोफेसर डा. केके वर्मा प्रमुख दावेदार माना जा रहा है।