उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में आज 25 मार्च को दूसरी पारी की शुरुआत करने जा रहे योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण की तिथि और दिन, नाथ पंथ के अनुसार अत्यंत शुभ है। इस दिन उन्हें शक्ति की कृपा प्राप्त होगी। नाथ पंथ वास्तव में शिव सहित शक्ति की आराधना है और योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण की तिथि अष्टमी व दिन शुक्रवार है। यह तिथि और दिन भगवती दुर्गा और मां लक्ष्मी से संबंधित है। शासन के लिए मां दुर्गा की शक्ति और भगवती लक्ष्मी के रूप में धन की भी आवश्यकता है। योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण मुहूर्त पर ग्रहों की गणना के आधार पर यह बातें साहित्यकार और शिक्षाविद अरुण कुमार त्रिपाठी ने बताई है।
नाथ पंथ के अनुसार आज का दिन शपथ ग्रहण के लिए अत्यंत शुभ
शिक्षाविद अरुण कुमार त्रिपाठी ने कहा कि नाथ पंथ के आदि गुरु आदिनाथ स्वयं भगवान शिव हैं। शिव जी माता पार्वती की शक्ति से ही शक्तिमान रहते हैं। इसलिए शुक्रवार के दिन तथा अष्टमी तिथि को शक्ति की कृपा रहेगी। ऐसे दुर्लभ समय में शपथ ग्रहण करना योगी आदित्यनाथ को शासन चलाने में भी शक्ति देगा।
शासन के संचालन के लिए धन और वैभव की भी हाेगी प्राप्ति
अरुण ने बताया कि नाथ पंथ के योगियों तथा सिद्ध पुरुषों पर भी शक्ति की विशेष कृपा रही है। कहा कि योगी आदित्यनाथ, नाथ पंथ के अनुयायी और सिद्ध मार्ग में प्रशस्त सिद्ध एवं साधक हैं। उनका मुख्यमंत्री कार्यकाल भगवती शक्ति की कृपा से निरंतर आगे बढ़ेगा और शक्ति ही इनको प्रधानमंत्री की कुर्सी तक ले जाएगी।