Haryana BJP Mission: भाजपा की आधा दर्जन मैराथन बैठकों में हरियाणा के पार्टी नेताओं को धरातल पर काम करने का मूलमंत्र तो मिला ही, साथ ही उन्हें कार्यकर्ताओं की अहमियत समझने की नसीहत भी दी गई। भाजपा का हरियाणा में 2024 में होनेवाले विधानसभा चुनाव के लिए मिशन-70 (Mission-70) के साथ ही लोकसभा चुनाव के लिए मिशन-10 (Mission-10) पर भी फोकस है। इसके साथ ही राज्य में भ्रष्टाचार के मामलों पर भी पार्टी में चिता है।
भाजपा नेतृत्व ने दिया पार्टी नेताओं को नए लोग संगठन के साथ जोड़ने का मंत्र
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह दो दिनों की मंथन बैठकों के बाद कार्यकर्ताओं की अनदेखी होने के नतीजे पर पहुंचे। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इसे गंभीरता से लिया और राज्य के नेताओं को निर्देश दिए कि फील्ड में सक्रियता बढ़ाने के साथ ही कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान का विशेष ख्याल रखा जाए।
भाजपा उपाध्यक्ष सौदान सिंह और महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने रविवार को पार्टी की पांच स्तरीय बैठकें लीं, जिनमें 2024 के विधानसभा चुनाव की अभी से खुद के बूते तैयारी करने पर सहमति बनी। इस दौरान पार्टी नेतृत्व ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले लोकसभा चुनाव होंगे। राज्य में लोकसभा की 10 सीटें हैं। इसलिए मिशन-70 से पहले मिशन-10 फतेह करना जरूरी है। यह काम पार्टी में नए सदस्य जोड़कर और कार्यकर्ताओं को मान सम्मान देने से ही संभव है। कार्यकर्ता यदि संतुष्ट और खुश होगा तो वह फील्ड में जाएगा और विपक्ष के दुष्प्रचार का आंकड़ों व तथ्यों के आधार पर जवाब दे सकेगा।
कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान नहीं होने के फीडबैक पर नाराज दिखे संगठन महामंत्री
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के सामने अधिकारियों की मनमानी के साथ ही सरकार में भ्रष्टाचार का मुद्दा प्रमुखता से आया। पार्टी नेताओं ने कहा कि 2014 में जब भाजपा की सरकार बनी थी, तब एक धारणा बन चुकी थी कि यहां भ्रष्टाचार नहीं होता। लेकिन 2019 के बाद गठबंधन की सरकार में इस धारणा पर सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में फील्ड में जनता को जवाब देना भारी हो जाएगा।
भाजपा विधायकों ने खुलकर बोलने की बजाय अप्रत्यक्ष रूप से कहा कि भले ही किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार हो, उसे रोकने की जरूरत है। मंत्रियों, विधायकों और सांसदों की बैठक के बाद बीएल संतोष ने जब पार्टी पदाधिकारियों व जिलों की छोटी टोली की सामूहिक बैठक ली तो नए सदस्य नहीं बनाए जाने पर नाराजगी जताई गई।
संतोष ने यह कहने में कोई हिचक नहीं की कि सब पुराने कार्यकर्ता हैं, वही हर तरह की बैठकों में शामिल होते हैं। उनके भी मान-सम्मान का पूरा ख्याल नहीं रखा जाता। ऐसा फीडबैक उन्हें मिला है। पार्टी को नए सदस्य जोड़ने की जरूरत है। इसे मिशन के रूप में लिया जाना चाहिए।
संतोष ने उदाहरण दिया कि युवा मोर्चा में 18 से 25 साल के कितने युवा पार्टी से जोड़े गए हैं। इसी तरह, एलिट (संभ्रांत) वर्ग के लोगों व महिलाओं को पार्टी से जोड़ने की जरूरत है। व्यापारी व उद्यमी के साथ किसान का भरोसा जीतना होगा। दलित समुदाय के लोगों को गले लगाना होगा। यह काम नेताओं व कार्यकर्ताओं के फील्ड में निकलने से होगा। घर बैठकर सत्ता सुख लेने का अब समय बीत चुका है।
चार हजार स्थानों पर मनाई जाएगी अंबेडकर जयंती
भाजपा ने मैराथन बैठकों में पार्टी के आगे के कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तैयार की है। प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने रविवार को बताया कि छह अप्रैल को भाजपा का स्थापना दिवस व्यापक स्तर पर मनाया जाएगा। 14 अप्रैल को बाबा साहब डा. भीमराव अंबेडकर की जयंती है, जो राज्य में चार हजार स्थानों पर मनाई जाएगी।
इस दिन मुख्य समारोह गुरुग्राम में होगा, जहां पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करेंगे। इसी दिन भाजपा पूरे देश में समान नागरिक संहिता की मांग करते हुए माहौल बनाएगी।