26 December History: 16 साल बाद भी आंखों के सामने है सुनामी की त्रासदी का मंजर, नहीं भूले हैं लोग

पिछले साल के अंत से शुरू हुए कोविड-19 महामारी के कारण पूरी दुनिया अभी दहशत में है। ठीक 16 साल पहले 26 दिसंबर 2004 को सुनामी (Tsunami) ने कहर बरपाया था जिसके कारण पूरी दुनिया में प्रलय के हालात थे। भारत समेत श्रीलंका, इंडोनेशिया समेत कई देशों के तटीय क्षेत्रों के पास बसे अनेक शहर मलबे में तब्‍दील हो गए थे। इस आपदा की वजह वैसे तो हिंद महासागर में 9.15 की तीव्रता वाले भूकंप को माना जाता है, जिसकी वजह से सुनामी की लहरें उठीं और जान-माल सबका नुकसान हुआ।

26 दिसंबर 2004 की सुबह थी भयावह

उस साल 26 दिसंबर की भयानक सुबह 7:58 बजे ही अचानक हिंद महासागर की लहरें चट्टान की ऊंचाईयों से होड़ लगाने लगी और जब थमी तब तक न जाने कितने शहरों और लोगों को खुद में समेट लिया। इसका प्रकोप सबसे अधिक दक्षिण भारत, श्रीलंका और इंडोनेशिया पर हुआ। इन देशों के अलावा सुनामी ने थाइलैंड, मेडागास्कर, मालदीव, मलेशिया, म्यांमार, सेशेल्स, सोमालिया, तंजानिया, केन्या, बांग्लादेश पर भी अपना कहर छोड़ा था।