फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने प्रतिष्ठित फारेन कोरेस्पांडेंट्स क्लब आफ साउथ एशिया (एफसीसीएसए) और प्रेस क्लब आफ इंडिया (पीसीआइ) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया है कि उनकी बोलने की आजादी पर पहरा लगाते हुए इन दोनों क्लबों ने पांच मई को पूर्व निर्धारित उनकी पत्रकार वार्ता (प्रेस कान्फ्रेंस) को निरस्त कर दिया है।
विवेक अग्निहोत्री ने ट्विटर पर जारी वीडियो में दावा किया कि एफसीसीएसए के अध्यक्ष ने फोन पर पत्रकार वार्ता निरस्त करने के पीछे बड़े मीडिया संस्थानों और शक्तिशाली लोगों द्वारा डाले जा रहे दबाव का जिक्र करते हुए कहा कि अगर यह पत्रकार वार्ता करने देता हूं, तो मुङो अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ जाएगा।
विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि विदेशी मीडिया संस्थानों के संवाददाता उनसे बातचीत करना चाहते थे, इसलिए इस पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया था, लेकिन कश्मीर का सच दिखाने के बाद उनके खिलाफ देशविरोधी ताकतों द्वारा चलाई जा रही मुहिम के आगे एफसीसीएसए झुक गया।
उन्होंने कहा कि बोलने की आजादी के पैरोकार होने का दावा करने वाले ये पत्रकार क्लब उनकी ही आवाज का गला घोंटने में लगे हैं। यह देश के लोकतांत्रिक मूल्यों और बोलने की आजादी पर सीधा हमला है।
ऐसे ही आरोप उन्होंने पीसीआइ पर भी लगाए हैं। वहां भी ऐन वक्त पर उनकी तय पत्रकार वार्ता निरस्त कर दी गई है। इसके लिए कोई कारण भी नहीं बताया गया। अब वह एक निजी होटल में पत्रकारों को संबोधित करेंगे। वहीं, पीसीआइ के अध्यक्ष उमाकांत लखेड़ा ने उनके दावों को भ्रामक बताते हुए कहा कि प्रेस वार्ता से संबंधित जरूरी औपचारिकताएं पूरी नहीं की गई थीं। ऐसे में इस तरह के आरोप बेबुनियाद हैं।