केएमपी एक्‍सप्रेस वे पर सो रहे 18 मजदूरों को ट्रक ने रौंदा, तीन की मौत, करीब 15 लोग घायल

बहादुरगढ़ में कुंडली मानसेर पलवल केएमपी एक्‍सप्रेस वे पर बड़ा सड़क‍ हादसा हुआ है। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई वहीं करीब 12 लोग घायल हो गए हैं। पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्‍पताल पहुंचाया। वहीं तीन मृतकों के शवों को अस्‍पताल की मोर्चरी हाउस में भिजवाया गया है। हादसे की जगह पर चीख पुकार मची गई। कुल 18 लोग यहां सो रहे थे। इसमें तीन की मौत हो गई, 10 मजदूरों को रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया है तो दो मजदूर बहादुरगढ़ के अस्‍पताल में ही दाखिल हैं। वहीं तीन मजूदर ऐसे हैं जिन्‍हें चोट नहीं आई है।

प्राथमिक जानकारी के अनुसार मृतक और घायल सभी केएमपी पर मरम्‍मत करने का काम करते हैं। काम से थकने के बाद सभी कर्मचारी सड़क किनारे सो रहे थे। पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक ने सोते कर्मचारियों को रौंद दिया। ट्रक में माल भी लोड किया हुआ था। सो रहे कर्मचारियों पर जैसे ही ट्रक चढ़ा तो कई पूरी तरह चपेट में आ गए तो कुछ घायल हो गए।

हादसे की जगह पर मजदूरों का रखा सामान बिखर गया और बर्तन और बासी रोटियां भी सड़क पर नजर आई। इस मंजर को देख हर कोई आहत नजर आया। श्रमिकों की सड़क पर सोने की बेबसी और लाचारी है कि बार बार वो इस तरह के हादसे की भेंट चढ़ जाते हैं। मौके पर एसपी वसीक अकरम भी पहुंचे। सभी मृतक यूपी के रहने वाले थे। मृतकों की पहचान कानुपर देहात के थाना रसुकाबाद के गांव रेवरी इटली निवासी सुशील पुत्र रूपन, कांति स्वरूप पुत्र चंद्रपाल और मोनू पुत्र बहादुर के रूप में हुई है।

एसपी वसीम अकरम ने बताया कि आसौदा थाने की पुलिस को सुबह करीब साढ़े पांच बजे सूचना मिली थी कि इस तरह से हादसा हो गया है। एक राजस्‍थान नंबर के ट्रक ने मजदूरों को रौंद दिया। ट्रक कोल से भरा हुआ था। डिवाइडर से टकराने के बाद ट्रक वहीं सो रहे मजदूरों पर पलट गया।

ट्रक का चालक मौके पर भाग गया। 18 मजदूर रात को खाना बनाकर और खाने के बाद यहीं सो गए। इसमें से तीन मजदूरों की मौत हो गई। इसमें ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। रात को आठ बजे हमने मजदूरों को यहां सोने से मना भी किया था। मगर इसके बावजूद यहीं पर यह सो गए।

केएमपी प्रबंधन की ओर से यहां रात को पेट्रोलिंग भी की जाती है। कल उस टीम में कौन था और मजदूरों को यहां साेने के लिए क्‍या कहा गया था। इस बारे में पूरी जानकारी जुटाई जाएगी और जांच करने का काम किया जाएगा। हादसा बेहद झकझोर देने वाला है।

झज्‍जर में बादली के पास कुंडली-मानेसर-पलवल केएमपी एक्‍सप्रेस वे पर 22 अक्‍टूबर 2021 में भयंकर हादसा हुआ था। कई वाहनों की टक्‍कर में करीब 9 लोगों की मौत हो गई थी। तीन लोग घायल हुए थे। अलसुबह एक अर्टिगा गाड़ी में करीब 11 लोग सवार थे और ये सभी राजस्‍थान के हनुमानगढ़ जिले के नोहर के पास स्थित गोगामेड़ी धाम के मेले से आए थे और गाजियाबाद के सिरसागंज जा रहे थे। मगर रोड पर खड़े एक ट्रक में कार जा घुसी। इसमें आठ लाेगों की मौत हो गई। वहीं इस हादसे को देखने के लिए रुकी एक गाड़ी भी हादसे का शिकार हो गई थी और इसमें सवार लोगों में से एक की मौत हो गई थी।

हरियाणा के हिसार जिले में भी 21 नवंबर 2018 में ठीक केएमपी जैसा ही हादसा हुआ था। देर रात जिंदल पुल पर तेज रफ्तार एक कार ने फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को रौंद दिया था जिसमें 5 की मौत हो गई थी। वहीं 9 लोग घायल हो गए थे। हादसे में जान गंवाने वालों में अधिकांश मजदूर बिहार के थे। पुल पर मरम्मत का काम चल रहा था और इस कारण एक तरफ की सड़क को बंद कर दिया गया था। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि फुटपाथ पर सो रहे मजदूरों को कुचलने के बाद कार सामने खड़ी दूसरी कार से टकराई और इसके बाद करीब 70 फीट ऊंचे पुल से नीचे जा गिरी। जिंदल फैक्ट्री के कर्मचारी चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे थे।