अमेरिकी एयरोस्पेस की दिग्गज कंपनी बोइंग (Boeing) ने अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए अपने स्टारलाइनर कैप्सूल को आज लांच कर दिया है। यह एक महत्वपूर्ण बिना चालक वाली परीक्षण उड़ान है जिसे कई वर्षों की विफलता के बाद लांच किया गया है। यह परीक्षण काफी वक्त से पेंडिंग था, जिसे पहले साफ्टवेयर में कमी के कारण रोक दिया गया था।
दूसरी और लांचिग के कुछ देर बाद ही बोइंग के स्टारलाइनर को आइएसएस के रास्ते में आगे बढ़ने में समस्याओं का सामना करना पड़ा है। वहीं नासा का कहना है कि मिशन ट्रैक पर बना हुआ है।
इस परीक्षण के जरिए कंपनी अपनी ताकत दिखाना चाहती है और बताना चाहती है कि उसका स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष यात्रियों के लिए सुरक्षित है। वहीं अगर मिशन सफल होता है तो बोइंग को जेटलाइनर बिजनेस में इसका फायदा मिल सकता है।