Kerala: केरल में CPM शासन के दौरान सांप्रदायिकता फल-फूल रही है: एके एंटनी

पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी (AK Antony) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के नेतृत्व वाली माकपा सरकार के तहत केरल में सांप्रदायिकता बढ़ी है।

कांग्रेस नेता ने केरल के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि महंगाई के बीच आगामी उपचुनाव के मद्देनजर थ्रीक्काकारा में प्रचार करके मुख्यमंत्री विजयन ने अपराध किया है। उन्होंने आगे कहा कि केरल की मौजूदा सरकार की वजह से प्रदेश में सांप्रदायिकता फली-फूली है।

एके एंटनी ने कहा कि पूरा केरल कैबिनेट उपचुनाव प्रचार के लिए थ्रीक्काकारा में है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग महंगाई से पीड़ित हैं फिर भी मुख्यमंत्री और मंत्री थ्रीक्काकारा में हैं। उन्होंने कहा कि अगर केरल सरकार को लोगों की चिन्ता होती तो मंत्री थ्रीक्काकारा में चुनाव प्रचार की जगह मुद्रास्फीति से निपटने के लिए कदम उठा रहे होते। उन्होंने पिनाराई विजयन की सरकार को ‘कुशासन’ का नाम देते हुए कहा कि केरल में सीपीआइएम (CPIM) ने तानाशाही तरीके से शासन किया है। एके एंटनी ने कहा कि केरल में पिछले एक साल का शासन कुशासन रहा है। उन्होंने कहा कि माकपा ने लोगों को भूला दिया है और राज्य में र जनविरोधी और तानाशाही तरीके से शासन चल रहा है।

इस बीच केरल हाई कोर्ट ने अलपुझा में 21 मई को पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (PFI) की रैली में दस साल के बच्चे द्वारा भड़काऊ नारे लगाए जाने को गंभीरता से लिया है। हाई कोर्ट ने शुक्रवार को राज्य सरकार को बच्चे से नारे लगवाने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया।

कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा कि क्या वह उसी रैली का उल्लेख कर रहा है जिसमें बच्चे को नारे लगाते देखा गया? इसका जवाब हां में मिलने के बाद कोर्ट ने कहा, ‘क्या हो रहा है?’ कोर्ट ने कहा कि रैली आयोजकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।

केरल पुलिस ने सोमवार को बताया कि पीएफआइ की रैली में कथित तौर पर एक लड़के ने भड़काऊ नारे लगाए हैं, जिसका वीडियो वायरल हुआ है।