Yoga for healthy Intestine: आंतों से जुड़ी परेशानियों को दूर रखने में फायदेमंद हैं ये 3 आसन

 आंतों में किसी भी तरह की गड़बड़ी आपके पाचन को बिगाड़ सकती है जिसकी वजह से कब्ज, गैस, वजन कम होना, भूख में कमी, पेट में ऐंठन व तेज दर्द की समस्या शुरू हो जाती है। तो इसके लिए फिजिकल एक्टिविटीज़ बहुत जरूरी है। एक्सरासाइज और योग के जरिए आप इस समस्या में लाभ पा सकते हैं। तो आज हम कुछ ऐसे ही आसनों के बारे में जानने वाले हैं जो आंतों को हेल्दी रखने का करते हैं काम।

– दोनों पैरों को सामने की ओर फैलाकर बैठ जाएं।

– बाएं पैर को मोड़ते हुए दाहिनी जांघ के पास रखें। अब दाहिना पैर मोड़कर बाएं पैर के घुटने के पास रखें।

– दाहिने पैर के घुटने को बाएं हाथ से हल्का धक्का देते हुए अंगूठा पकड़ें।

– दाहिनी तरफ घूमते हुए जितना मुड़ सकते हैं मुड़े। 5-10 सेकेंड रूकें।

– यही प्रक्रिया बाईं तरफ से भी दोहराएं।

– इस आसन के अभ्यास से कब्ज की समस्या दूर होती है।

– आसन को करते वक्त पेट पर दबाव पड़ता है जिससे पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।

– पेट से जुड़ी समस्याओं के अलावा यह डायबिटीज़ रोगियों के लिए भी फायदेमंद है।

पीठ के बल लेट जाएं। गहरी सांस लें। अब सांस छोड़ें और बाह्या कुंभक करते हुए हाथों के सहारे से दाहिना घुटना सिर की तरफ लेकर आएं। अब सिर को उठाते हुए घुटने को स्पर्श करने की कोशिश करें। 5-6 सेकंड रूकें। अब गहरी सांस लेते हुए पहली स्थिति में वापस आ जाएं। यही क्रिया बाएं पैर से करें। 7-8 बार इसे दोहराएं।

गैस की समस्या दूर करता है यह आसन।

– कब्ज से राहत दिलाता है यह आसन।

– मोटापा दूर करने में भी फायदेमंद है यह आसन।

3. परिघासन

कैसे करें

– घुटनों के बल खड़े हो जाएं।

– अब दाहिना पैर घुटनों से सीधा रखते हुए दाहिनी ओर बगल में पैलाएं।

– पैरों को जमीन पर सीधा रखें।

– अब कमर को दाहिनी तरफ झुकाते हुए हथेली को दाएं पैर के पंजे के ऊपर रखें। कोहनी से पैर के घुटने को स्पर्श कराने की कोशिश करें। सिर को ज्यादा से ज्यादा झुकाएं।

– अब बाएं हाथ को उठाते हुए अंगुलियों से दाहिनी हथेली को स्पर्श कराएं। इस दौरान पैर का घुटना सीधा रखें।

– 8-10 सेकेंड इसी स्थिति में रहें। यही प्रोसेस दूसरी तरफ से भी करना है।

– इस आसन को करते हुए पेट पर दबाव पड़ता है जिससे अंदरूनी अंगों की अच्छे से मालिश हो जाती है। सारे फंक्शन्स दुरुस्त रहते हैं।