Happy Birthday Neha Kakkar शून्य से शिखर तक का सफर तय करने वाली बॉलीवुड की मशहूर सिंगर नेहा कक्कड़ सोमवार को अपना 34वां जन्मदिन मना रही हैं। नेहा कक्कड़ ने अपने टैलेंट और जूनुन के दम पर म्यूजिक इंडस्ट्री में उन्होंने खास मुकाम हासिल किया है, जहां उन्हें किसी भी परिचय की जरूरत नहीं है।
इस खास मुकाम को हासिल करने के लिए नेहा ने जीतोड़ मेहनत की है। आइए उनके इस बर्थडे पर जानते हैं उनके संघर्ष के बारे में, जिसने उन्हें बॉलीवुड की सुपरस्टार सिंगर नेहा कक्कड़ बनाया।
गर्भ में मार देना चाहती थी मां
क्या आप जानते हैं कि नेहा कक्कड़ की मां उन्हें गर्भ में ही मार देना चाहती थी। उनके भाई टोनी कक्कड़ ने गाने नेहा कक्कड़ स्टोरी चैप्टर 2 के अनुसार, उनके माता-पिता गरीब की वजह से तीसरा बच्चा नहीं चाहते थे, लेकिन गर्भ को 8 हफ्ते पूरे हो जाने के चलते अबॉर्शन नहीं हो सका और 6 जून, 1988 की शाम उत्तराखंड के ऋषिकेश में नेहा का जन्म हुआ।
जगरातों से शुरू की सिगिंग
घर की हालत खस्ता होने की वजह से नेहा कक्कड़ की बड़ी सोनू कक्कड़ माता के जगरातों में भजन गाया करती थीं और उनके साथ नेहा भी भजन गाने जाती थीं। दोनों ने मिल कई सालों तक जगरातों में भजन गाए।
इंडियन आइडल में की एंट्री
नेहा कक्कड़ ने महज 16 साल की उम्र में साल 2005 में सिगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल के सीजन 2 में एक प्रतिभागी के रूप में भाग लिया था। हालांकि कम वोट मिलने के चलते उन्हें शो छोड़कर जाना पड़ा। लेकिन किसको पता था कि, शो से बाहर होने वाली ये प्रतिभागी अपनी मेहनत के दम पर म्यूजिक इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाएगी और बाद में उसी शो में बतौर जज काम करेंगी।
इंडियन आइडल से बाहर होने के बाद नेहा ने साउथ म्यूजिक इंडस्ट्री में काम करना शुरू किया। उन्हें वहां कई अवॉर्ड भी जीते और इसके बाद उन्हें म्यूजिक इंडस्ट्री में काम मिलने लगा था।
आपको बता दें, नेहा का पहला ब्रेक कॉकटेल के गाने सेकेंड हैंड जवानी से मिला, जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा और उन्होंने बैक-टू-बैक कई हिट गानों को अपनी आवाज दी। जिसमें मनाली ट्रांस, दिल को करार आया, ओ साकी साकी, तू ही यार मेरा, ‘लंदन ठुमक दा’, ‘सनी-सनी’ जैसे सुपरहिट गाने शामिल हैं।