बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा को जेल भेजने के अगले दिन गुरुवार रात को पुलिस ने उसके खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की है। मुख्तार बाबा समेत इसमें 26 आरोपी बनाए गए हैं। ये तीनों एफआईआर मंदिर तोड़कर बिरयानी हाउस खड़ा करने से संबंधित हैं। अब बाबा बिरयानी हाउस पर पुलिस और जिला प्रशासन के अफसर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रहे हैं। जांच में यह साफ हो चुका है कि राम जानकी मंदिर तोड़कर बिरयानी हाउस बनाया गया है।
मुस्लिम की तहरीर पर मंदिर तोड़ने की दर्ज हुई FIR
बजरिया में रहने वाले जूनियर हाई स्कूल में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत सैयद अदीबुल कदर की तहरीर पर बजरिया पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। तहरीर में उन्होंने लिखा है कि बेकनगंज के डॉ. बेरी चौराहा पर भवन संख्या-99/15 में वह रहते हैं। उनके घर के ठीक बगल में मकान नंबर 99/14 है। बचपन में उन्होंने देखा था कि बगल वाले मकान में राम जानकी मंदिर था। इतना ही नहीं मंदिर परिसर में 18 हिन्दुओं की दुकानें थीं। 1931 के दंगे के बाद ये सभी पलायन कर गए थे। इसके बाद मंदिर तोड़कर उसपर बाबा बिरयानी हाउस खड़ा कर दिया गया। मंदिर तोड़कर बिरयानी हाउस बनाने के आरोप में पुलिस ने मुख्तार बाबा, मौला बख्श, पाकिस्तानी नागरिक आबिद रहमान, मुख्तार की मां हाजरा बेगम, बाबा मुमताज अहमद, भाई मुश्ताक अहमद, असरारुल हक उर्फ पप्पू सुनार, महफूज आलम, इल्तिफात हुसैन, मो. वकार, इरशाद, एहतिशामुल, शिव चरण गुप्ता और मो. समी को आरोपी बनाया गया है।
एफआईआर दर्ज करने के बाद अब जिला प्रशासन और पुलिस अफसर बिरयानी हाउस पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रहे हैं। जल्द ही राम जानकी मंदिर पर बनाए गए बिरयानी हाउस को तोड़कर मंदिर की जमीन खाली कराई जाएगी। इसके साथ ही मंदिर तोड़ने के अन्य सभी आरोपियों को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।
मुख्तार की बेटी ने भी शिव मंदिर पर किया कब्जा
मुख्तार ने ही नहीं मंदिर को तोड़कर उस पर बिरयानी हाउस खड़ा किया है। उसकी बेटी नाज आयशा ने भी शिव मंदिर पर कब्जा कर रखा है। वादी उदय शंकर ने आरोप लगाया है कि प्रेम नगर में 88/52 पर प्राचीन शिव मंदिर था। नगर निगम की पंचशाला में यह प्राचीन शिव मंदिर अंकित है। मुख्तार बाबा की नजर इस मंदिर पर भी पड़ी तो उसने फर्जीवाड़ा करके अपनी बेटी नाज आयशा के नाम इस जमीन की रजिस्ट्री करवा दी। मंदिर संचालक उदय शंकर की तहरीर पर चमनगंज थाने की पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
डी-2 गैंग से मुख्तार बाबा ने खाली करवाई जमीनें
तीसरी एफआईआर बजरिया थाने में एहसानुहक अंसारी ने दर्ज कराई है। आरोप है कि राम जानकी मंदिर ट्रस्ट की 18 दुकानों में उनके पिता की भी एक पतंग की दुकान थी। हिन्दुओं की दुकान ढहाई गई तो उनकी दुकान भी तोड़ दी गई। मुख्तार बाबा ने यह सब डी-2 गैंग के गुर्गों से करवाया। एहसानुहक की तहरीर पर पुलिस ने दुकानें तोड़ने के मामले में मुख्तार बाबा, छुट्टन, सलाउद्दीन, मोबीन, महबूब आलम, महमूद उमर और तीन अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। इन सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।