गीला तौलिया इस्तेमाल करने से प्याज की तरह उतरेगी स्किन:बिस्तर पर बैक्टीरिया, फंगस का जमावड़ा, चेहरे पर होंगे लाल धब्बे, शरीर में होगी खुजली

नहाने के बाद बदन पोंछ कर गीला तौलिया बेड पर फेंक देते हैं? कभी सोचा है कि इससे बैक्टीरिया, फंगस और वायरस आपके बिस्तर पर आ सकते हैं। यह आदत कितनी नुकसानदेह है बता रहे हैं एकार्ड सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, फरीदाबाद के इंटरनल मेडिसिन एंड रुमेटोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट और यूनिट हेड डॉ जयंत ठाकुरिया।

बैक्टीरिया और फंगस का है घर

गीले तौलिये में नमी की वजह से फंगस और बैक्टीरिया पनपते हैं। आप गीला तौलिया इस्तेमाल करते हैं तो स्किन की बीमारी, फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा रहता है।

गीले तौलिये से शरीर पोंछने पर स्वेटिंग मैकेनिज्म यानी शरीर में पसीना बनने की प्रक्रिया में रुकावट होती है। सूखे शरीर में पसीना ज्यादा आता है जबकि शरीर गीला होना पर पसीना कम होता है। इस कारण कई तरह की एलर्जी होती है। एक्जिमा भी हो सकता है। इसमें शरीर पर लाल, पपड़ीदार धब्बे होते हैं और इनमें खुजली होती है। कई बार त्वचा में सूजन आ जाती है। पैर की उंगलियों के बीच या तलवों में खुजली होती है, पैरों में छाले हो जाते हैं।

गीले तौलिये में कब पनपता है फंगस?

इस्तेमाल करके तौलिया बाथरूम की खूंटी या एक जगह रखकर छोड़ देते हैं तो नमी के कारण इसमें माइक्रोबियल ग्रोथ होती है। इससे टॉवल में सैफालिक बैक्टीरिया और माइक्रो ऑर्गेनिज्म वायरस, बैक्टीरिया, फंगी या प्रोटोजोआ पनपते हैं।

यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना की स्टडी में 90 फीसदी तौलियों में कोलीफॉर्म बैक्टीरिया और 14 प्रतिशत टॉवल में ई कोली की मौजूदगी पाई गई। शरीर पर कोई चोट, घाव या कट है तो गीले तौलिये से एथलीट फुट हो सकता है। इसमें पैर की उंगलियों के बीच या तलवों में खुजली होती है, पैरों में छाले हो जाते हैं। अंगूठे का नाखून मोटा और फीके रंग का हो जाता है। पैरों की त्वचा स्केली हो जाती है।

परिवार में एक तौलिया इस्तेमाल किया जा सकता है?

घर में सभी सदस्य स्वस्थ हैं तो एक तौलिया इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर कोई बीमार है तो सबको अलग-अलग टॉवल यूज करना चाहिए। तौलिये से बैक्टीरिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जा सकते हैं।

लग्जरी बाथरूम रिटेलर ड्रेंच की 2019 की स्टडी के अनुसार, तौलिया शेयर करने वाले लोगों में रिंगवार्म (दाद), स्टैफ इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। स्टैफ एक ऐसा संक्रमण है जो स्टैफिलोकोकस नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। यह सबसे अधिक बार त्वचा व नाक के भीतरी भाग को प्रभावित करते हैं।

कितनी बार इस्तेमाल के बाद धोएं तौलिया?

गर्मी और बारिश के मौसम में पसीना ज्यादा होता है। एक बार इस्तेमाल के बाद तौलिया धोएं। सामान्य तौर पर स्वस्थ व्यक्ति 1 से 3 बार तौलिया बिना धोये इस्तेमाल कर सकता है। लेकिन बीमार हैं या जिम के बाद तौलिया यूज करते हैं तो इसे रोज धोने की आदत डालें।

टॉवल धोने के बाद धूप में सुखाएं ताकि फंगस और बैक्टीरिया न पनपें। बारिश के मौसम में सूती अंगोछा तौलिये की तरह इस्तेमाल करें। इसे सुखाना आसान होता है।